scriptस्कूटी सहित नीट का छात्र गिरा गड्ढें में, हुई मौत | Scotty's student with a knee collapses, dies | Patrika News

स्कूटी सहित नीट का छात्र गिरा गड्ढें में, हुई मौत

locationइंदौरPublished: Apr 03, 2019 01:20:01 pm

Submitted by:

bhupendra singh

दुर्घटना : निगम को पता ही नहीं किसने खोदा था गड्ढा, पांच साल से इंदौर में कर रहा था तैयारी

accident in indore

स्कूटी सहित नीट का छात्र गिरा गड्ढें में, हुई मौत

इंदौर. मनोरमागंज से पलासिया के बीच नर्मदा पाइप-लाइन के लिए खोदे गए कई फीट गहरे गड्ढ़े में गिरने से नीट की तैयारी कर रहे एक छात्र की मौत हो गई। वहां की स्ट्रीट लाइट बाद थी और गड्ढ़े के आसपास बैरिकेड्स आदि भी नहीं लगाए गए थे। सोमवार रात को मां से बात करने के बाद छात्र खाना लेने के लिए स्कूटी से निकला था और दुर्घटना का शिकार हो गया। हद यह है कि निगम को पता तक नहीं है कि ये गड्ढ़ा आखिर किसने खोदा था। दुर्घटना के बाद अलसुबह ही कर्मचारियों ने उस पर मिट्टी जरूर डाल दी।
छात्र का नाम नितिन पिता सियाराम राय मधुकर है। वह मूलत: रीवा का रहने वाला है। यहां गीता भवन क्षेत्र के एक होस्टल में रहकर पांच साल से नीट की तैयारी कर रहा था। सोमवार देर रात 12 से 2 बजे के बीच वह स्कूटी से मनोरमागंज से पलासिया चौराहे की ओर जा रहा था। इस बीच एक निर्माणाधीन मकान के सामने नर्मदा पाइप लाइन के लिए खोदे गए गड्ढ़े में स्कूटी सहित गिर गया। गड्ढ़े में पानी भी भरा हुआ था। सिर में चोट आने से वह वहीं बेहोश हो गया।
बैटरी कम होने से देर से दे पाए सूचना
पलासिया टीआई अजीत सिंह बेस के मुताबिक, नितिन के पास से एक मोबाइल व नीट के लिए जमा किए गए एप्लीकेशन फॉर्म की प्रति मिली। इसमें उसका नाम व अन्य जानकारी दर्ज थी। मोबाइल में बैटरी सिर्फ 4 फीसदी थी। उसे चार्ज करने के बाद पुलिस परिजन को सूचना दे पाई। उन्होंने मोबाइल से रीवा में परिजन से संपर्क किया। साथ ही एमवायएच से नितिन के भाई विपिन को भी सूचना दी गई जो अरबिंदो हॉस्पिटल में डॉक्टर है।

accident
बैरिकेडिंग भी नहीं
राह चलते लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और उसे लेकर एमवाय अस्पताल लेकर गई। वहां कुछ देर इलाज के बाद नितिन की मौत हो गई। दोस्त दानिश अंसारी के अनुसार, दुर्घटनास्थल के आसपास की स्ट्रीट लाइट बंद थी और किसी तरह की बैरिकेडिंग भी नहीं की गई थी। वह खाना पैक कराने के लिए होस्टल से निकला और दुर्घटना का शिकार हो गया।

5 मई को जन्मदिन

बड़े भाई विपिन ने बताया, एक्सीडेंट से पूर्व उसने मां को तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी। फिर कहने लगा, डॉक्टर को दिखा देगा। इसके बाद वह रूम से खाना लेने के लिए निकला। 5 मई को उसका जन्मदिन था। उसी दिन उसकी नीट की परीक्षा भी थी। पिता रीवा में शिक्षक हैं। रात को भाई के एक्सीडेंट की सूचना एमवाय से इंटर्न कर रहे डॉक्टर से मिली।

शनिवार से खुला था गड्ढ़ा

मनोरमागंज में जिस गहरे गड्ढ़े में गिरकर छात्र की जान गई, उसे निगमकर्मियों ने मंगलवार को पलभर में भरकर समतल कर दिया। रहवासियों का कहना है, शनिवार से यह गड्ढ़ा खुला पड़ा था। मार्ग पर कई जगह पर स्ट्रीट लाइट भी बंद है। इस कारण कई लोग उसमें दुर्घटना का शिकार होते बचे।

न गड्ढ़ा खोदा न इजाजत दी

गड्ढ़ा हमने नहीं खोदा था। इसके बारे में किसी तरह की जानकारी भी नहीं है। न इस गड्ढ़े को खोदने के लिए किसी को इजाजत दी थी। किसी टेलीकॉम कंपनी ने खोदा हो तो कह नहीं सकते। किसने गड्ढ़ा खोदा इसकी जांच करेंगे।
नागेंद्रसिंह भदौरिया, जोनल अधिकारी, नगर निगम
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो