अभी तक तो निगम की गाडिय़ों से डीजल और पेट्रोल चोरी होने की घटना सामने आती रही, लेकिन अब टायर भी चोरी हो रहें हैं। इनके साथ ही नए टायर बदलकर पुराने लगाए जा रहे हैं। इससे निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है, क्योंकि निगमकर्मियों की इन हरकतों के चलते हर महीने टायर बदलने पर ही भारी राशि खर्च हो रही है। आर्थिक नुकसान से बचने के लिए वर्कशॉप विभाग वाहनों के टायरों पर सील लगा रहा है। सील 2018-19 की लगाई जा रही है। इसके साथ ही ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि सील लगे टायरों की रोजना जांच भी हो। गौरतलब है कि निगम वाहनों से डीजल-पेट्रोल चोरी की घटना को रोकने के लिए जीपीएस से नजर रखी जा रही है। इसके अच्छे परिणाम निगम को मिले हैं।