बताया जा रहा है कि तेलंगाना से इंदौर आए बोल्ली स्वामी ने डीआईजी ऑफिस में गीता से मुलाकात की। करीब एक घंटे के मुलाकात के बाद गीता ने उन्हें अपने पिता मानने से मना इंकार कर दिया। गीता ने कहा कि उसे अपने पिता का चेहरा याद है। हालांकि बोल्ली स्वामी गीता के मना करने के बाद भी खुद को उसका पिता बता रहे हैं।
बचपन की यादों से खोजे जाएंगे माता-पिता
रविवार को माता-पिता की खोज में गीता जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस से तेलंगाना रवाना हुई। संस्था के ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया कि उन्हें तेलंगाना के लोगों ने बताया है कि गंगाखेड़ा जो कि मराठवाड़ा नांदेड़ के आसपास, पूर्णा और परवाणी इलाके ऐसे हैं, जो गीता द्वारा बताई गई बचपन की यादों से समानता रखते हैं। इसके बाद एक महिला पुलिस आरक्षक, साधना बघेल सहित हमारी टीम गीता को लेकर महाराष्ट्र और तेलंगाना के उन क्षेत्रों में जा रहे हैं। वहीं पर गीता के घर को खोजा जाएगा।