आईसीएआई की इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में सेबी चेयरमैन ने कहा
इंदौरPublished: Aug 09, 2015 02:31:00 pm
ऑडिटर्स की
निगरानी के लिए स्वतंत्र संस्था की जरूरत है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) ने भी
यह कहा है
इंदौर। ऑडिटर्स की निगरानी के लिए स्वतंत्र संस्था की जरूरत है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) ने भी यह कहा है। सिंगापुर में सीए की निगरानी के लिए ईसीआरए और मलेशिया में एओबी है। ऎसा होने से इंडस्ट्री में नया विश्वास पैदा होगा। शनिवार को सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आईसीएआई के इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि यह बातें कहीं। उन्होंने कहा, कारोबार में उत्कृष्टता के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी), एनजीओ, मीडिया और आईसीएआई को पार्टनर की तरह काम करना होगा। भारतीय बाजार निवेशकों की सुरक्षा के लिहाज से दुनिया के टॉप-10 बाजारों में शुमार है।
कॉन्फे्रस का शुभारंभ राज्यसभा के पूर्व उप-सभापति व सांसद सीए के. रहमान खान व आईसीएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज फड़नीस ने किया। इसके साथ ही कॉन्फ्रेंस का तकनीकी सेशन शुरू हुआ। पहले सत्र में इंग्लैंड से आए सीए पॉल ड्रकमेन ने “इंटीग्रेटेड रिपोर्टिग इन इंडिया” विष्ाय पर विचार रखते हुए भविष्य के बदलावों को बताया।
भारत में आईएफआरएस लागू करने पर सीए सुरेश सेनापति एव जमील खत्री ने अपने विचार दिए। उन्होंने वर्तमान आर्थिक नीतियों को ध्यान में रखते हुए आईएसफआरएस का भारतीय रूपांतरण आईएनडी-एएस के लिए आईसीएआई की सराहना की।
कायम रहे भरोसा
सांसद सीए के रहमान खान ने अपने उद्बोधन में कहा, भारतीय सीए संस्थान अकाउंटेंसी क्षेत्र में विश्वस्तरीय चुनौतियों के लिए सक्षम है। इनकम टैक्स अपीलीय अभिकरण के प्रेसीडेंट डीडी सूद ने टैक्स रिफॉर्म पर संबोधित करते हुएकहा, कानून में किसी भी प्रकार का संशोधन पिछली तिथि से प्रभावी नहीं होना चाहिए।