शुक्रवार को कम्प्यूटर बाबा ने पत्रकारों से चर्चा में उक्त बात कहते हुए आंदोलन की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि मुझ पर प्रकरण दर्ज करना भाजपा की सोची-समझी चाल थी। भाजपा बौखला गई है। अभी तक संतों को मूर्ख बनाती आई है। पूरा संत समाज भाजपा से दूर हो गया। राम मंदिर व गंगा सफाई का जो वादा किया वह नहीं किया। निर्वाचन आयोग भी मोदी के इशारे पर काम कर रहा है। मैं भाजपा और चुनाव आयोग की निंदा करता हूं, जिन्होंने एक सादे पत्र पर हमारे ऊपर एफआईआर कर दी है। भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर शहीद होने वाले करकरे को आतंकवादी और राष्ट्रपिता के हत्यारे को देशभक्त बता रही हैं। ऐसे पर देशद्रोह का मुकदमा लगाया जाना चाहिए। चुनाव के बाद जनता सडक़ पर उतरेगी। संघ और भाजपा देश में जनता को आपस में लड़ाना चाहती है। भोपाल में हिंदू-मुस्लिम दंगा करवाना चाहती थी। मोदी देश को जलाने का काम कर रहे हैं। प्रज्ञा जैसे लोगों के साथ देश को जलाना चाह रहे हैं। हमने सभी कार्य आयोग की अनुमति लेकर किया है। चुनाव आयोग के पक्षपात को लेकर हम मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। अगर प्रकरण वापस नहीं लिया गया तो दिल्ली में संतो के साथ आंदोलन करेंगे। संतों की बात करने वाली भाजपा की असली चेहरा उजागर करेंगे।
मोदी को ममता जैसे लोग मिले उन्होंने कहा कि 24 घंटे पहले बंगाल का चुनाव बंद कर दिया है। मोदी के इशारे पर आयोग चल रहा है। मोदी की सभा के बाद चुनाव प्रचार पर रोक लगा देना उनकी चाल थी। मोदी तिलमला गए हैं। मोदी को ममता दीदी जैसा चाहिए। बंगाल में स्वर्ण व पंचधातु की मूर्ति बनाने का वादा भाजपा कर रही है।
लालवानी ने कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया इंदौर से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को लेकर उन्होंने कहा कि लालवानी ने शहर में कोई भी उल्लेेखनीय काम नहीं किया है। हर काम विवादास्पद रहे हैं। पार्टी खुद उनका विरोध करती है। संतों का भी उन्होंने कभी सम्मान नहीं रखा है।
हम पर लगाया झूठा आरोप अभिभाषक चंद्र शेखर रायकवार ने कहा कि आयोग का नोटिस मिला उसका हमने जवाब दे दिया है। अनुमति के अनुसार ही काम किया है। हमने संतों को कोई पैसा नहीं बांटा है। सभी संतों ने अपना खर्च किया। हमने सभी दलों और जनता को निमंत्रण दिया था। उसमें दिग्विजय सिंह आए और हवन किया। हमने किसी को वोट देने की अपील नहीं की है। आयोग को संतोषजनक जवाब देने के बावजूद हम पर प्रकरण दर्ज किया है। झूठी एफआईआर दर्ज की है। अगर प्रकरण वापस नहीं लिया तो कोर्ट जाएंगे। झूठा आरोप लगाया गया है।