आज रीगल तिराहा स्थित प्रतिमा पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी सुबह 8 बजे से इकट्ठा हो गए थे। पहुंचने वालों में प्रमुख जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, पंकज संघवी, सांवेर से प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू, अनिल यादव, अर्चना जायसवाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। माल्यार्पण के बाद सभी नेता यूपी के हाथरस व
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को रोके जाने की घटना के विरोध में मौन धरना दे रहे थे।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को रोके जाने की घटना के विरोध में मौन धरना दे रहे थे।
इस बीच भाजपा से जुड़े लक्ष्मीनारायण शर्मा (ल’छू नेता) मोदी का मुखौटा लगाकर पहुंचे। माल्यार्पण करने के बाद जब उतर रहे थे, तब कांग्रेसी भड़क गए। कहना था कि मोदी का मुखौटा उतार। इस पर शर्मा का कहना था कि देश के प्रधानमंत्री का मुखौटा लगाने से या समस्या है? इस पर कुछ कांग्रेसियों ने
अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया।
अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया।
पीछे खड़े एक कांग्रेसी ने उन्हें थह्रश्वपड़ रसीद कर दिया। इस पर शर्मा ने मुखौटा उतार दिया तो गले से भाजपाई गमछा भी उतरवाया गया। जैसे ही शर्मा नीचे उतरे, कुछ कांग्रेसियों ने हाथापाई शुरू कर दी तो कुछ ने बचाकर उन्हें बाहर कर दिया। बाहर निकलने के बाद कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेरकर उनके साथ
फिर से मारपीट शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने हस्तक्षेप कर शर्मा को बचाया और निकाला।
फिर से मारपीट शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने हस्तक्षेप कर शर्मा को बचाया और निकाला।
प्रदर्शन की ध”िायां
कांग्रेस नेता मौन प्रदर्शन कर रहे थे। जैसे ही मोदी का मुखौटा देखा वे भड़क गए। सारा मौन धरा रह गया।
गुस्साए कुछ कांग्रेसी तो अपशदों का इस्तेमाल कर रहे थे। घटना के बाद में कुछ नेता प्रयास कर रहे थे कि
स्थिति सामान्य हो जाए, लेकिन बवाल कट गया।
असली चेहरा दिखाया
घटना के बाद भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा कि नेहरू परिवार हो या कांग्रेसी, उन्होंने सत्ता
के लिए गांधी के नाम का उपयोग किया है। गांधी के अहिंसा के मार्ग से उनका कोई लेना-देना नहीं है। देश के
प्रधानमंत्री का मुखौटा लगाकर गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जाने वालों के साथ मारपीट की गई, उनकी
ही प्रतिमा के नीचे। यही कांग्रेसियों का चेहरा है।
घटना के बाद भाजपा के नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने कहा कि नेहरू परिवार हो या कांग्रेसी, उन्होंने सत्ता
के लिए गांधी के नाम का उपयोग किया है। गांधी के अहिंसा के मार्ग से उनका कोई लेना-देना नहीं है। देश के
प्रधानमंत्री का मुखौटा लगाकर गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जाने वालों के साथ मारपीट की गई, उनकी
ही प्रतिमा के नीचे। यही कांग्रेसियों का चेहरा है।
अपशदों का इस्तेमाल
कांग्रेस नेता मौन प्रदर्शन कर रहे थे। जैसे ही मोदी का मुखौटा देखा, वे भड़क गए। सारा मौन धरा रह गया।
गुस्साए कुछ कांग्रेसी तो अपशदों का इस्तेमाल कर रहे थे।
कांग्रेस नेता मौन प्रदर्शन कर रहे थे। जैसे ही मोदी का मुखौटा देखा, वे भड़क गए। सारा मौन धरा रह गया।
गुस्साए कुछ कांग्रेसी तो अपशदों का इस्तेमाल कर रहे थे।