राज्य खाद्य आपूर्ति निगम का बड़ा गणपति स्थित शासकीय भंडार गृह है। यहां पर खराब शकर पड़ी होने के साथ वितरण के लिए कंट्रोल दुकानों पर भेजने की शिकायत कांग्रेस नेताओं को मिली। इस पर शुक्रवार को शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भंडार गृह पर पहुंचे। इनमें विवेक खंडेलवाल, भंवर शर्मा, गिरीश जोशी, इम्तियाज बेलिम, संजय बाकलीवाल और शशि यादव आदि शामिल थे। कांग्रेसियों ने देखा कि भंडार गृह से वितरण के लिए जाने वाली शकर 4 वर्ष पुरानी है, जो कि पूरी तरह से सड़ चुकी थी। शकर की बोरियों में वर्ष 2016-2017 लिखा हुआ था। शकर के साथ ही पुराना और खराब गेहूं भी मिला, जबकि राज्य सरकार हाल ही में नया कोटा जारी कर चुकी है। भंडार गृह से खराब शकर का वितरण लोगों को न हो और उनके स्वास्थ्य पर खराब असर न पड़े इसके लिए कांग्रेसियों ने तत्काल सूचना कलेक्टर लोकेश जाटव को दी। साथ ही पूरे मामले से अवगत कराया। इस पर कलेक्टर जाटव ने संबंधित अफसरों को निर्देशित कर कंट्रोल दुकानों पर जाने वाली तकरीबन 2000 शकर की पुरानी बोरियों के वितरण पर रोक लगवाई। साथ ही ऐसे गैर जिम्मेदाराना कृत्य करने वाले अफसरों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
इधर, कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश में बीपीएल कार्डधारकों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से गेहूं और शकर सहित केरोसिन वितरण किया जाता है, लेकिन तत्कालीन भाजपा सरकार ने बीपीएल कार्डधारकों को शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से शकर को देना बंद कर दिया था। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही पुन: बीपीएल कार्डधारकों को उचित मूल्य की दुकानों से शकर देने के आदेश जारी किए। साथ ही शकर का नया कोटा भा जारी किया, मगर खाद्य आपूर्ति केंद्र में वर्षों से कुंडली मारकर बैठे भाजपा की मानसिकता वाले अफसरों और कर्मचारियों की वजह से कांग्रेस सरकार बदनाम हो रही है। ऐसे अफसरों को चिन्हित कर चुनाव बाद कार्रवाई की जाएगी।