ये बात कल भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने दीनदयाल भवन पर नगरीय निकाय चुनाव को लेकर हुई बैठक में कही। पूरी बैठक में मोघे छाए रहे। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि महाजन अनजान चेहरा थीं लेकिन कार्यकर्ताओं की शक्ति थी, जो वो चुनाव जीतीं। चुनाव में चौराहों को सजाने में साढ़े तीन लाख रुपए खर्च हुए, जो कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा किए थे। एक कार्यकर्ता ने नई जीप भी खरीदकर दी थी। जब चुनाव जीते तो हमको लगता था कि जीप लकी है, उसके कारण जीते। तीन चुनाव तक हमने उसका उपयोग किया था। चर्चा में मोघे ने नगर निगम चुनाव को लेकर एक कहानी भी सूनाई।
उन्होंने कहा कि रामजी जब लंका पर चढ़ाई करने के लिए सेना लेकर गए थे तो उसमें मनुष्य की बजाय बंदर और भालू शामिल थे। उन्हें मालूम था कि मनुष्यों का मन सोने की लंका पर मोहित हो जाता। उसे लूटने का ख्याल आता और युद्ध हार जाते। चुनाव जीतना है तो लंका लूटने का भाव नहीं लाना चाहिए। इशारों ही इशारों में उन्होंने बहुत बड़ी बात बोल दी, जिसके मौजूद नेता दो मतलब निकाल रहे थे। पहला ये कि निगम सोने की लंका है और भाजपा का कार्यकर्ता उसे लूटने की मंशा न रखे।
इसके अलावा भाजपा को मनुष्यों की जरूरत नहीं है। इसके अलावा मंच पर बैठे नेताओं की तरफ इशारा करते हुए एक उदाहरण दिया। कहना था कि महाभारत में अर्जुन के सारथी भगवान श्रीकृष्ण थे तो दुर्योधन के राजा शल्य, जिन्हें छल से बनाया गया था। उन्होंने बनने से पहले शर्त रखी थी कि मैं कुछ भी करूंगा, कोई मुझे कुछ नहीं बोलेगा। वे पूरे समय कर्ण को डराते रहे और हतोत्साहित करते रहे। आज की भाषा में कहूं तो पंचर करते रहे। मैं मंच से आग्रह करूंगा कि एक-दूसरे को पंचर नहीं करें।
सबका है योगदान
चर्चा के दौरान रणदिवे ने कहा कि कांग्रेस ने स्थानीय चुनाव रोकने के प्रयास किए हैं, लेकिन कोर्ट का फैसला भाजपा व जनता की जीत है। शहर में जो बदलाव आया है, उसमें भाजपा परिषद की अहम भूमिका है। कैलाश विजयवर्गीय ने पीपीपी मॉडल पर काम किया तो उमाशशि शर्मा ने हरियाली को लेकर मेहनत की। कृष्णमुरारी मोघे ने शोषित-वंचित वर्ग की मूलभूत सुविधाओं को पूरा किया तो मालिनी गौड़ के नेतृत्व में इंदौर पांच बार स्वच्छता में नंबर वन आया। हम वार्ड स्तर पर हितग्राहियों के सम्मेलन करें। युवा मतदाताओं से बातचीत करें। उन्हें नहीं मालूम कि कांग्रेस के समय शहर के हाल क्या थे।
ये बोले अन्य नेता
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि पूरे देश में इंदौर की पहचान क्लीनेस्ट सिटी ऑफ इंडिया के तौर पर है। मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मुख्यमंत्री की तारीफ की। साथ में कोरोना में सरकार द्वारा किए गए कामों की जानकारी भी दी। नगरीय निकाय के प्रभारी विधायक देवेंद्र वर्मा का कहना था कि शत-प्रतिशत चुनाव होंगा। हमको पूरी तैयारी रखना है। सभी प्रत्याशी एक साथ फॉर्म भरने जाएंगे, उससे पहले सभी कार्यालय पर आकर एक साथ जाएं। एकता का प्रदर्शन करना है।