मकर संक्रांति के बाद माना जाता है कि तिल-तिल करके दिन बड़ा होता है और ठंड की रवानगी भी शुरू हो जाती है। इस साल मौसम बदला हुआ है। संक्रांति के एक पखवाड़े बाद भी शीत लहर चल रही हैं। इसके चलते आज सुबह तक का न्यूनतम तापमान 10.4 नापा गया, जो सामान्य तौर पर दिसंबर में रहता है। फरवरी में गर्मी लगने लग जाती है, लेकिन इस साल कंपकपाने वाली ठंड अभी तक जारी है। कुछ दिनों पहले पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने की वजह से ठंड से थोड़ी राहत मिली थी। गर्मी का अहसास होने लग गया था, लेकिन जैसे ही विक्षोभ गुजरा, उसके बाद हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर की बर्फीली हवाएं चलना शुरू हो गई। उसकी वजह से ठंड में तीखापन भी आया मौसम विभाग के हिसाब से कल सुबह 8.30 बजे से आज 24 घंटे तक का अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री था तो न्यूनतम 10.4 डिग्री रहा। ठंडी हवाओं का दौर अभी चलते रहेगा जिसकी वजह से मौसम में ठंडक बनी रहेगी। इधर, जिन लोगों ने अपने गर्म कपड़े निकालकर रख दिए थे, एक बार ठंड ने उन्हें वे कपड़े निकालने पर विवश कर दिया।
मकर संक्रांति के बाद माना जाता है कि तिल-तिल करके दिन बड़ा होता है और ठंड की रवानगी भी शुरू हो जाती है। इस साल मौसम बदला हुआ है। संक्रांति के एक पखवाड़े बाद भी शीत लहर चल रही हैं। इसके चलते आज सुबह तक का न्यूनतम तापमान 10.4 नापा गया, जो सामान्य तौर पर दिसंबर में रहता है। फरवरी में गर्मी लगने लग जाती है, लेकिन इस साल कंपकपाने वाली ठंड अभी तक जारी है। कुछ दिनों पहले पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने की वजह से ठंड से थोड़ी राहत मिली थी। गर्मी का अहसास होने लग गया था, लेकिन जैसे ही विक्षोभ गुजरा, उसके बाद हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर की बर्फीली हवाएं चलना शुरू हो गई। उसकी वजह से ठंड में तीखापन भी आया मौसम विभाग के हिसाब से कल सुबह 8.30 बजे से आज 24 घंटे तक का अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री था तो न्यूनतम 10.4 डिग्री रहा। ठंडी हवाओं का दौर अभी चलते रहेगा जिसकी वजह से मौसम में ठंडक बनी रहेगी। इधर, जिन लोगों ने अपने गर्म कपड़े निकालकर रख दिए थे, एक बार ठंड ने उन्हें वे कपड़े निकालने पर विवश कर दिया।