सोमवार को सोमवती अमावस्याऔर शनि जयंती एक साथ हैं, इसलिए आज के दिन का महत्व और बढ़ गया है।
LIVE VIDEO : 1870 के बाद आज बने ऐसे दुर्लभ योग, शनिदेव दे रहे समृद्धि का आशीर्वाद
इंदौर. सोमवार को सोमवती अमावस्याऔर शनि जयंती एक साथ हैं, इसलिए आज के दिन का महत्व और बढ़ गया है। शनि जयंती के चलते शहर के मंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों की जहां कतारें लग गर्इं, वहीं दोपहर 12 बजे बड़ी धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया जाएगा। पंडितों के अनुसार आज शनि जयंती और सोमवती अमावस्या के एक साथ आने का योग 149 वर्ष के बाद बना है। इससे पहले यह संयोग 30 मई 1870 में बना था। आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी है। इसके चलते सूर्य पुत्र शनिदेव की जहां जयंती मनाई जा रही है, वहीं सोमवती अमावस्या के चलते अंखड सौभाग्य के लिए महिलाओं ने वट सावित्री व्रत रखने के साथ वट वृक्ष की पूजा कर ही हैं।
इस शहर को मिलने वाली हैं 600 इलेक्ट्रिक बसें, चार्जिंग स्टेशन भी बनेंगे पंडितों के अनुसार ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या रविवार को शाम 4.40 बजे से शुरू हुई। यह आज दोपहर 3.31 बजे तक रहेगी। इसके साथ ही आज सुबह 5.49 बजे से पर्यंत सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। भक्तों ने शनि देव को काले तिल, जो, तेल, उड़द और लोहे की वस्तुएं चढ़ाकर प्रसन्न किया, क्योंकि शनि देव न्याय के देवता हैं और मनुष्य को कर्म के हिसाब से दंड भी देते हैं। इससे बचने के लिए और समृद्धि का आशीर्वाद लेने के लिए ही लोगों ने उनका विशेष पूजन किया। साथ ही गरीब वर्ग को दान भी किया गया।
संगीत समारोह का समापन, मंदिरों का फूलों से शृंगार शहर में जूनी इंदौर स्थित शनि मंदिर प्राचीतम है। यहां पर शनि जन्मोत्सव के तहत पिछले एक सप्ताह से अखिल भारतीय संगीत समारोह चल रहा था, जिसका समापन रविवार को हुआ। मंदिर के मुख्य पुजारी मधुसूदन तिवारी के मार्गदर्शन में यह संगीत समारोह आयोजित हुआ। इसमें ख्यात संगीतकारों ने शिरकत की। आज शनि जयंती पर मंदिर को आकर्षक फूलों और विद्युत लाइट से सजाया गया है। सुबह तक मंदिर के बाहर दर्शन के लिए लंबी कतारें लग गईं। जन्मोत्सव के चलते सुबह से शनि देव की विशेष पूजन-अर्चन शुरू हो गया था। मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया, वहीं विशेष शृंगार भी हुआ।
भक्तों की लगी कतार जूनी इंदौर शनि मंदिर के साथ-साथ शहर के अन्य शनि मंदिरों में भी दर्शन के लिए सुबह से भक्तों की लाइन लगी रही। इनमें उषा नगर, रणजीत हनुमान परिसर, खजराना गणेश मंदिर परिसर, जवाहर मार्ग, चिमनबाग चौराहा, बाणगंगा, एमजी रोड, एयरपोर्ट रोड और अनूप टॉकिज चौराहा शनि मंदिर आदि शामिल हैं। इन मंदिरों में दोपहर को जन्मोत्सव मनाने के साथ शाम को महाआरती के साथ महाप्रसादी का वितरण होगा। शनि जयंती के उपलक्ष्य में भोजन-भंडारे अलग होंगे।
इस चौराहे पर निकलना जरा संभलकर, 50 कैमरे रखेंगे आप पर नजर…स्नान के लिए रवाना हुए उज्जैन और महेश्वर शनि जयंती के साथ-साथ आज सोमवती अमावस्या भी है। इसके चलते शहर से अधिकतर लोग उज्जैन में शिप्रा और महेश्वर में नर्मदा स्नान के लिए रवाना हुए। आज के दिन नदी में स्नान का महत्व अधिक रहता है।