आचार्य प. रामचंद्र शर्मा वैदिक ने बताया कि 25 अक्टूबर को महानवमी व विजयादशमी (दशहरा) दोनों एक ही दिन मनेंगे। सामान्यतः दशहरा पर्व अपराह्न व्यापिनी दशमी तिथि में मनाया जाता है। इस साल अपराह्न व्यापिनी दशमी 25 अक्टूबर रविवार को ही है। सुबह 7.41 बजे तक नवमी तिथि है, बाद में दशमी शुरू होगी, जो दूसरे दिन सुबह 9 बजे तक ही रहेगी। अतः इस साल दुर्गा नवमी व दशहरा पर्व 25 अक्टूबर को मनाया जाना शास्त्र सम्मत है।
नवरात्रि में चार शुभ योग
इस साल की नवरात्रि कुछ खास योग संयोग लेकर आई है। इसमें चार सर्वार्थसिद्धि योग 17, 19, 23 और 24 अक्टूबर को, सिद्धि महायोग 18 व 24 अक्टूबर को और अमृत योग 17, 21 व 25 अक्टूबर को रहेंगे।
गाइडलाइन का कराया जाएगा पालन
इसके अलावा मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित शक्तिपीठ, सलकनपुर माता मंदिर, मैहरवाली माता मंदिर, दतिया स्थित मां बगलामुखी मंदिर आदि में भी भीड़ उमड़ेगी, इसे देखते हुए गाइडलाइन का पालन करवाया जाएगा। प्रशासन भी इस बार सतर्क रहेगा। भीड़ को नियंत्रित किया जाएगा। मास्क और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा।