ज्योतिषीय गणना के मुताबिक धनु राशि में षष्ठ ग्रही योग 118 साल बन रहा है। वर्ष 2019 के नवंबर और दिसंबर में बनने वाले चतुर्थ, पंच और षष्ठ ग्रही योग कई वर्षों में बन रहे हैं। जब गोचर में चार, पांच या ६ ग्रह के योग एक ही राशि में बनते हैं तब यह विशेष या अत्यधिक कष्टदायी हो सकते हैं।
21 को 11.59 पर शुक्र ने धनु राशि में किया प्रवेश ज्योतिषाचार्य मितेश मालवीय ने बताया कि 21 नवंबर को 11.59 बजे शुक्र ग्रह वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश कर चुका है। जबकि पहले से धनु राशि में शनि, केतु और गुरु ग्रह से युति बनाकर चतुर्थ ग्रही योग बना रहे थे। 25 दिसंबर को 3.29 बजे बुध ग्रह धनु राशि में प्रवेश करेगा और उसके बाद चंद्रमा भी धनु राशि में प्रवेश कर षष्ठ ग्रही योग पूरा किया। धनु राशि में यह योग दो दिन तक रहेगा। 28 दिसंबर को चंद्रमा मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब धनु राशि में पंच ग्रही योग 12 जनवरी 2020 तक रहेगा। जब भी दो या दो से अधिक ग्रह एक ही राशि में आते है तो देश और देशवासियों के लिए अप्रत्याशित घटनाएं बढ़ती हैं।
देश पर बढ़ेगा कर्ज भारत की राशि कर्क है और इस समयावधि में देश पर कर्ज बढऩे, शेयर बाजार में अस्थिरता, युद्ध एवं दुर्घटनाओं के साथ ही भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं, बीमारी, महामारी, अज्ञात शत्रु हमले, राजनीतिक व धार्मिक उथल-पुथल और आम जनजीवन में परेशानी पैदा हो सकती है।
इस तरह बना योग धनु राशि में स्थिति शनि, शुक्र और केतु आपस में मित्र हैं, लेकिन ये बृहस्पति के शत्रु ग्रह हैं। 16 दिसंबर के बाद सूर्य भी इन ग्रहों के साथ आ जाएगा, लेकिन शुक्र 15 दिसंबर को धनु राशि से निकल जाएंगे। बुध के राशि परिवर्तन करने से धनु राशि में फि र से 5 ग्रह आ जाएंगे। 25 दिसंबर को चंद्रमा के भी धनु में आने से षष्ठ ग्रह योग बन जाएगा।
12 राशियों पर असर इन वर्षों में बने थे षष्ठ ग्रही व अन्य योग