दरअसल, नगर सुरक्षा समिति की तरह गठित हुआ शौर्या दल घरेलू हिंसा, महिलाओं को घर में भोजन में भेदभाव, मजदूरी में कम पैसा मिलने, स्कूल न भेजने के कारणों का पता लगाने से लेकर उनका निराकरण करने में जुटा है। इसके साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण आहार का वितरण, लाडली लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन, टीकाकरण जैसे कार्य भी कर रहा है।
शिक्षा भी दिलवा रहे
शौर्या दल महिला और बालिकाओं संबंधी मुद्दों पर काम करता है। बच्चों के साथ हो रही हिंसा और बालिका अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ पीडि़तों को कानून-कायदों की जानकारी देने का काम भी ये दल करता है। ग्रामीणों के आधार कार्ड बनवाने, शिक्षा की स्थिति सुधारने, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में भी ये मददगार साबित हो रहे हैं। इन दलों पर निगरानी का काम प्रदेश सरकार के महिला सशक्तिकरण विभाग का है।
शौर्या दल महिला और बालिकाओं संबंधी मुद्दों पर काम करता है। बच्चों के साथ हो रही हिंसा और बालिका अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ पीडि़तों को कानून-कायदों की जानकारी देने का काम भी ये दल करता है। ग्रामीणों के आधार कार्ड बनवाने, शिक्षा की स्थिति सुधारने, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में भी ये मददगार साबित हो रहे हैं। इन दलों पर निगरानी का काम प्रदेश सरकार के महिला सशक्तिकरण विभाग का है।
स्कूल टीचर, वकील भी हैं शामिल
शौर्या दल में स्कूल टीचर से लेकर प्रिंसिपल, युवक, युवतियां, स्कूल व कॉलेज के छात्र, समाजसेवी, वकील, कई प्रतिष्ठित लोग और प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं। दल के सदस्यों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। इन दलों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और आशा कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा गया है।
शौर्या दल में स्कूल टीचर से लेकर प्रिंसिपल, युवक, युवतियां, स्कूल व कॉलेज के छात्र, समाजसेवी, वकील, कई प्रतिष्ठित लोग और प्रोफेशनल्स भी शामिल हैं। दल के सदस्यों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। इन दलों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और आशा कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा गया है।
यह हैं ग्यारह सूत्र
शौर्यादल के ग्यारह सूत्र हैं, जिन पर दल के सदस्य गांवों में जाकर काम करते हैं। ग्यारह सूत्रीय कार्य में महिला कानून एवं अधिकारों की जानकारी, आत्मरक्षा, प्राथमिक उपचार, एफआईआर करना, फीड बैक लेना, आधार कार्ड बनवाना, राशन कार्ड बनवाने में सहयोग,आधार कार्ड और राशन कार्ड का महत्व बताना, शिक्षा और स्वच्छता, रोजगार शामिल हैं।
शौर्यादल के ग्यारह सूत्र हैं, जिन पर दल के सदस्य गांवों में जाकर काम करते हैं। ग्यारह सूत्रीय कार्य में महिला कानून एवं अधिकारों की जानकारी, आत्मरक्षा, प्राथमिक उपचार, एफआईआर करना, फीड बैक लेना, आधार कार्ड बनवाना, राशन कार्ड बनवाने में सहयोग,आधार कार्ड और राशन कार्ड का महत्व बताना, शिक्षा और स्वच्छता, रोजगार शामिल हैं।