डायवर्टेड रूट पर रवाना शिप्रा एक्सप्रेस हावड़ा से १५ अक्टूबर की शाम ५.४५ बजे रवाना हुई थी। अपने तय समय १०.५० बजे ट्रेन नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेशन पहुंची, तब तक विस्फोट की जानकारी स्टेशन पहुंच चुकी थी। कई घंटे ट्रेन को रोकने के बाद चुनर स्टेशन के लिए डायवर्टेड रूट से रवाना किया गया। ट्रेन १८ घंटे बाद सुबह ४.४५ बजे अपने ट्रेक मानिकपुर स्टेशन पर आई। इसके बाद इंदौर के लिए रवाना हुई।
हो जाता हादसा शिप्रा एक्सप्रेस पारसनाथ स्टेशन से रात 11.16 बजे रवाना होती है। नक्सलियों ने पारसनाथ और चौधरीबांघ रेलखण्ड के बीच रात 10.45 बजे पहला और 10.47 बजे दूसरा विस्फोट पटरियों पर किया। जिससे पटरिया देड़ से दो मीटर तक उखड़ गई। अगर सही समय पर किमेन वहंा नहीं पहुंचता तो बड़ा हादसा हो जाता।
अधिकतर यात्री इंदौर से इस ट्रेन में सबसे ज्यादा यात्री यूपी और बिहार के रहने वाले हैं, जो कि इंदौर में कामकाज करते हैं। दो पहले भी इसी तरह पटना एक्सप्रेस में हादसा हुआ था, तब कई यात्रियों की मौत हुई थी।