कुछ वर्ष पहले तक राऊ नगर परिषद पर कांग्रेस का एकतरफा कब्जा रहता था। लंबे समय मनोज सूले की यहां पर सल्तनत रही, लेकिन सात साल पहले पूर्व विधायक जीतू जिराती की कड़ी मेहनत की वजह से भाजपा ने अपना झंडा गाड़ दिया। एकतरफा पार्टी की परिषद बनी तो अध्यक्ष की कुर्सी पर शिव डिंगू काबिज हुए। पांच साल दबदबा कायम रखने वाले डिंगू की हालत अब खस्ता है। इस बार वे पत्नी सुनीता डिंगू को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं, लेकिन राह आसान नहीं है। सबसे बड़ी वजह अधिकतर पार्षदों का नाराज होना है।डिंगू के रवैये से नाराज होकर वे चाहते हैं कि उनको छोड़कर किसी को भी बना दिया जाए।
डिंगू के अलावा पप्पी विजय पाटीदार, रूबी धर्मेंद्र चौधरी और भारती राजेश मंडले भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं। सबसे ज्यादा पार्षदों का समर्थन पप्पी पाटीदार के पास है। उनके साथ पांच पार्षद हैं। चौधरी के साथ तीन पार्षद बताए जा रहे हैं। वहीं डिंगू के साथ चार हैं, जिसमें मंडले भी शामिल हैं लेकिन वे अंदर ही अंदर खुद भी बनना चाहते हैं। उनका मानना है कि डिंगू को नहीं बनाया जाता है तो उनको बनाया जाए। वे 20 साल से पार्षद हैं। ये बात भी सामने आ रही है कि चौधरी के नाम पर सहमति नहीं बनती है तो वे पाटीदार का समर्थन भी कर सकते हैं। गौरतलब है कि डिंगू ने अपने कार्यकाल में किसी की चलने नहीं दी, जिसकी वजह से पार्षद नाराज हैं। उन्हें मालूम है कि फिर से बन गए तो पांच साल काटना मुश्किल हो जाएंगे।
बब्बू का उपाध्यक्ष पद पर दावा
एक तरफ अध्यक्ष की लड़ाई चल रही है तो दूसरी तरफ पार्षद बब्बू चौधरी उपाध्यक्ष पद का दावा कर रहे हैं। वे डिंगू से जुड़े हुए हैं, लेकिन उन्होंने खुद को न्यूट्रल कर लिया है, इसके लिए चौधरी का समर्थन कांग्रेस के पार्षद भी कर सकते हैं।
मधु ले रहे रुचि
राऊ नगर परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर वरिष्ठ नेता मधु वर्मा खासी रुचि ले रहे हैं। उनका समर्थन विजय पाटीदार को है। वहीं जगजाहिर है कि डिंगू को पूर्व विधायक जीतू जिराती का वरदहस्त प्राप्त है। हालांकि जिराती ने परिषद चुनाव में ताकत झोंकी, लेकिन अध्यक्ष के मुद्दे पर वे मौन हैं। इधर, राऊ के खांटी नेता युवराज पाटीदार, माखन मंडले, बाबू चौधरी और हेमचंद मित्तल की अलग-अलग राय है।
राऊ नगर परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर वरिष्ठ नेता मधु वर्मा खासी रुचि ले रहे हैं। उनका समर्थन विजय पाटीदार को है। वहीं जगजाहिर है कि डिंगू को पूर्व विधायक जीतू जिराती का वरदहस्त प्राप्त है। हालांकि जिराती ने परिषद चुनाव में ताकत झोंकी, लेकिन अध्यक्ष के मुद्दे पर वे मौन हैं। इधर, राऊ के खांटी नेता युवराज पाटीदार, माखन मंडले, बाबू चौधरी और हेमचंद मित्तल की अलग-अलग राय है।
जातिगत समीकरण भी
अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन में जातिगत समीकरण भी देखा जाएगा। अध्यक्ष पाटीदार समाज से होगा तो उपाध्यक्ष पद खाती समाज को दिया जाएगा। वहीं, खाती समाज से अध्यक्ष होगा तो पाटीदार समाज से उपाध्यक्ष होगा, लेकिन इसकी संभावना कम है, क्योंकि पाटीदार बाहुल्य परिषद है।