must read :
जन्म देने वाली मां को बेरहमी से पीटने के बाद बेटे ने बस में बैठाकर भेज दिया इंदौर नंदलालपुरा सब्जी मंडी के पास 90 के दशक में निगम ने ज्योतिबा फुले मार्केट बनाकर 34 दुकानें आवंटित की थीं। इसमें एक हिस्से में कुछ दुकानें लगती थीं। निगम ने स्मार्ट सिटी में छत्रियों से लगे मार्केट की जगह अंडरग्राउंड पार्किंग और नया मार्केट बनाने की योजना तैयार की थी। इसके तहत मार्केट तोड़ा गया था। उस समय यहां जिन 34 दुकानदारों को दुकानें अलॉट की गई थीं, उन्हें दुकान देने का वादा किया था, लेकिन मार्केट तोड़े जाने के बाद लिखित में आश्वासन नहीं देने पर दुकानदारों ने हाई कोर्ट में दुकान अलॉट करने के लिए 2018 में केस दाखिल किया। सुनवाई के दौरान 22 फरवरी 2018 को निगम की ओर से उपायुक्त लोकेंद्रसिंह सोलंकी ने जवाब फाइल किया था। इसमें दुकानों के निर्माण के बाद सभी को दुकानें अलॉट करने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन आश्वासन पूरा नहीं हुआ।
must read :
15 मरीजों की आंखों की रोशनी छीनने वाले इंदौर आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर और सुप्रिटेंडेंट पर एफआईआर दर्ज दुकानदारों ने किए थे आवेदन ज्योतिबा फुले मार्केट के दुकानदारों द्वारा दुकानें बनने के पहले से ही निगम को आवेदन कर दुकान के बदले दुकान अलॉट करने की मांग कर रहे थे। हालांकि आवेदनों पर निगम द्वारा गौर नहीं किया गया।
-नगर निगम ने कोर्ट में जो जवाब पेश किया है उसका पालन करेंगे। इस मामले में विधिक जानकारी लेने के बाद ही इस पर कुछ बता पाऊंगा।
-आशीषसिंह, निगमायुक्त