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सिंगाजी ताप की चौथी यूनिट से उत्पादन शुरू

locationइंदौरPublished: Dec 15, 2019 01:51:33 am

चारों यूनिट से बन रही 2100 मेगावॉट बिजली, मांग ने बनाया प्रदेश में परियोजना को अव्वल

सिंगाजी ताप की चौथी यूनिट से उत्पादन शुरू

सिंगाजी ताप

बीड़ (खंडवा). सिंगाजी ताप परियोजना की फेज दो की दूसरी यूनिट से भी शनिवार को बिजली उत्पादन शुरू हो गया। सिंगाजी ताप परियोजना की २५२० मेगावॉट उत्पादन क्षमता वाली चारों यूनिट से शनिवार शाम ६ बजे तक २१०० मेगावॉट बिजली का उत्पादन होने लगा। आगामी दिनों में चारों यूनिट पूर्ण क्षमता २५२० मेगावॉट बिजली का उत्पादन करने लग जाएगी। चौथी यूनिट का शुक्रवार शाम ४.४० बजे लाइटअप हुआ। इसके बाद शनिवार अपराह्न ३ बजे चौथी यूनिट लोड पर आई और बिजली उत्पादन होने लगा।
चार परियोजनाओं में सबसे ज्यादा उत्पादन सिंगाजी में
मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी की प्रदेश में चार परियोजनाएं चल रही है। चारों परियोजनाओं में सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन सिंगाजी ताप परियोजना में हो रहा है। कंपनी की चारों ताप परियोजना में शनिवार शाम तक ४ हजार मेगावॉट बिजली का उत्पादन हुआ। इसमें आधे से ज्यादा योगदान २१०० मेगावॉट बिजली सिंगाजी ताप परियोजना की रही। सिंगाजी ताप परियोजना की फेज वन की यूनिट एक से ६०५ मेगावॉट, यूनिट दो से ५६० मेगावॉट, फेज दो की यूनिट तीन से ५७५ मेगावॉट और यूनिट चार से ३७० मेगावॉट बिजली उत्पादन की गई।
फुल लोड पर रोज ३० हजार मीट्रिक टन कोयले की जरूरत
सिंगाजी ताप परियोजना की चारों यूनिट फुल लोड पर चलने पर प्रतिदिन ३८ हजार मीट्रिक टन कोयले की जरूरत पड़ेगी। परियोजना में अभी प्रतिदिन १९ हजार मीट्रिक टन कोयले की आवक हो रही है। फेज वन की ६००-६०० मेगावॉट की दोनों यूनिट में १८५०० मीट्रिक टन कोयला और फेज दो की ६६०-६६० की दोनों यूनिट में १९ हजार मीट्रिक टन कोयले की आवश्यकता रोजाना होगी। चारों यूनिट के लिए ३८ हजार मीट्रिक टन कोयला लगेगा। वर्तमान में परियोजना के पास ७ लाख मीट्रिक टन कोयला है, जो १८ दिन के लिए पर्याप्त स्टाक है। जानकारी के मुताबिक रोजाना ६ से ७ रैक के माध्यम से २० हजार मीट्रिक टन कोयला आ रहा है।
सुबह बढ़ी मांग, शाम को हुई कम
रबी के सीजन में किसानों को सिंचाई के लिए बिजली की आवश्यकता पड़ रही है। इससे बिजली की मांग भी बढ़ी है। शुक्रवार शाम को बिजली की मांग ७ हजार मेगावॉट थी, जो शनिवार सुबह बढक़र १० हजार मेगावॉट तक पहुंच गई। हालांकि शनिवार शाम को फिर बिजली की मांग में कमी आई और घटकर ८ हजार मेगावॉट तक पहुंची।
नहीं पड़ेगी कोयले की कमी
परियोजना में चार यूनिट से बिजली उत्पादन किया जा रहा। कोयले का स्टाक पर्याप्त हैं। रैक प्रतिदिन आ रहे हैं। कोयले की कमी नहीं है।
आरपी पांडेय, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, सिंगाजी ताप परियोजना
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