योग से शरीर-मन रहता है स्वस्थ
योग मात्र रोगों को दूर करने की प्रक्रिया नहीं है। योग शरीर के समस्त रोगों को दूर कर, मस्तिष्क को तनाव मुक्त कर, मन को पवित्र बनाकरए आत्मा का ईश्वर से संबंध स्थापित करने का एक मार्ग है। इसलिए योग ही एकमात्र ऐसी सम्पूर्ण पद्धति है, जो मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली बना सकती हैं।
मंगलवार को उक्त विचार योगाचार्य पं जितेंद्र शुक्ला ने बिचौली हप्सी रोड़ स्थित ओम मंगल गार्डन में आयोजित पांच दिवसीय शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर के दूसरे दिन सभी साधकों एवं शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने योग का महत्व बताते हुए कहा, योग एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है। जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। पुंजराज पटेल सामाजिक सेवा संस्था एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार अध्यक्ष रामेश्वर पटेल गुड्डा एवं सिद्धार्थ सराठे ने बताया, पांच दिवसीय निशुल्क शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर में सुबह 5 बजे योगाचार्य पं जितेंद्र शुक्ला ने सभी साधकों और शिविरार्थियों को योग शिविर में योग की सूक्ष्म क्रियाएं करवाई। जिससे सभी साधकों एवं शिविरार्थियों के नाड़ी तंत्र सक्रिय होकर मंासपेशियों स्वस्थ होना शुरू हो जाती है।
योग मात्र रोगों को दूर करने की प्रक्रिया नहीं है। योग शरीर के समस्त रोगों को दूर कर, मस्तिष्क को तनाव मुक्त कर, मन को पवित्र बनाकरए आत्मा का ईश्वर से संबंध स्थापित करने का एक मार्ग है। इसलिए योग ही एकमात्र ऐसी सम्पूर्ण पद्धति है, जो मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली बना सकती हैं।
मंगलवार को उक्त विचार योगाचार्य पं जितेंद्र शुक्ला ने बिचौली हप्सी रोड़ स्थित ओम मंगल गार्डन में आयोजित पांच दिवसीय शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर के दूसरे दिन सभी साधकों एवं शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने योग का महत्व बताते हुए कहा, योग एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है। जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। पुंजराज पटेल सामाजिक सेवा संस्था एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार अध्यक्ष रामेश्वर पटेल गुड्डा एवं सिद्धार्थ सराठे ने बताया, पांच दिवसीय निशुल्क शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर में सुबह 5 बजे योगाचार्य पं जितेंद्र शुक्ला ने सभी साधकों और शिविरार्थियों को योग शिविर में योग की सूक्ष्म क्रियाएं करवाई। जिससे सभी साधकों एवं शिविरार्थियों के नाड़ी तंत्र सक्रिय होकर मंासपेशियों स्वस्थ होना शुरू हो जाती है।
सूर्यनमस्कार कराया
शिविरार्थियों को योगिक जॉगिंग और सूर्यनमस्कार करवाए गए। जिसमें ताड़ासन, गरुडासन, नटराज आसन खड़े होकर करने वाले आसनों का विधिवत अभ्यास भी करवाया। वहीं, योगासन के पश्चात साधकों को कई बीमारियों का स्थाई उपचार योग के माध्यम से करना बताए। ओम मंगल गार्डन में आयोजित पांच दिवसीय शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में महेश पटेल शामिल हुए। जिन्होंने सभी साधकों को योग करने के लाभ भी बताए। शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर में योगाचार्य ने बताई क्रियाएं
शिविरार्थियों को योगिक जॉगिंग और सूर्यनमस्कार करवाए गए। जिसमें ताड़ासन, गरुडासन, नटराज आसन खड़े होकर करने वाले आसनों का विधिवत अभ्यास भी करवाया। वहीं, योगासन के पश्चात साधकों को कई बीमारियों का स्थाई उपचार योग के माध्यम से करना बताए। ओम मंगल गार्डन में आयोजित पांच दिवसीय शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में महेश पटेल शामिल हुए। जिन्होंने सभी साधकों को योग करने के लाभ भी बताए। शरीर शुद्धि प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रज्ञा योग शिविर में योगाचार्य ने बताई क्रियाएं