शाम के समय खुद को एसएएफ का जवान बताने वाले व्यक्ति ने करीब 5 हजार के सामान का ऑर्डर दिया था। दुकान में इतना सामान नहीं होने पर मां ने किशोर को एटीएम कार्ड दिया और कहा, नकद राशि निकालकर इमली बाजार से सामान ले आ। इस बीच वह जवान फिर आ गया तो उसके साथ ही बाइक पर सवार होकर किशोर सामान लेने चला गया। काफी देर बाद भी वह नहीं लौटा तो तलाश शुरू हुई। रात तक नहीं आने पर परिजन सदर बाजार थाने पहुंचे। किशोर कक्षा 10वीं का छात्र है और परिवार में सबसे छोटा है। पहले तलाश के नाम पर टाला गया, लेकिन फिर रात करीब 12 बजे पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर लिया। इस बीच पता चला कि एटीएम से जिंसी इलाके से ढाई हजार रुपए निकाले हैं। इसके बाद एटीएम भी ब्लॉक करवा दिया।
किशोर के घर लौटने पर ही हकीकत होगी उजागर टीआई अजय वर्मा ने बताया, किशोर के लापता होने के बाद परिजन को किसी का फोन भी नहीं आया था। शुक्रवार दोपहर सीएसपी शेषनारायण तिवारी व टीआई ने जांंच तेज की। दोपहर करीब 1.50 बजे पुलिस टीम फरियादी के घर पहुंची। इस बीच किशोर की मां के मोबाइल पर बेटे का फोन आया था। अफसरों ने बात की तो किशोर ने बताया कि उसे कुछ नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया था। आज नींद खुली तो वह मुंबई के मीरा रोड स्टेशन पर था। जिस व्यक्ति के फोन से उनसे कॉल किया था, सीएसपी ने उसकी मदद से किशोर को मुंबई पुलिस के हवाले किया। शाम को पुलिस टीम उसकी मां को लेकर विमान से मुंबई रवाना हुईं। फिलहाल किशोर के लौटने पर ही पूरी बात साफ होगी।