सोनिया के बाहर आने के साथ ही वह सभी आरोप राज ही रह जाएंगे जो उस पर लगे थे और जिनमें कई बड़े अफसरों के नाम सामने आ रहे थे। सोनिया ने तो पुलिस को यह तक कहा था कि 40 से अधिक अफसरों से उसके संबंध हैं यदि वह नाम बता देगी तो हड़कंप मच जाएगा। इसी रसूख का फायदा उठाकर सोनिया ने कई बड़े काम करवाए थे और करोड़ों रुपए की डीलें भी की थी।
क्या है मामला
कुछ दिन पहले पुलिस ने सोनिया शर्मा नाम की लड़की को पकड़ा था। सोनिया एसएएफ की बटालियन परिसर की ऑफिसर्स मैस में एडीजी अजय कुमार शर्मा के नाम से रुकने, सरकारी गाड़ी व ड्राइवर का उपयोग करने के मामले में दोषी पाई गई थी।
कुछ दिन पहले पुलिस ने सोनिया शर्मा नाम की लड़की को पकड़ा था। सोनिया एसएएफ की बटालियन परिसर की ऑफिसर्स मैस में एडीजी अजय कुमार शर्मा के नाम से रुकने, सरकारी गाड़ी व ड्राइवर का उपयोग करने के मामले में दोषी पाई गई थी।
बाद में पता चला कि वह अफसरों से पहचान होने से फर्जी तरीके से वहां रह रही थी। लोकायुक्त के डीजी रहे दिलीप कापदेव व परिवार के साथ पहली बार वह ऑफिसर्स मेस में आई, बाद में एसएएफ के तत्कालीन आईजी पवन श्रीवास्तव से पहचान की और उनसे मिलने लगी। अजय कुमार शर्मा एडीजी बने तो उनकी बहन बनकर रौब झाडऩे लगी थी।
दो केस दर्ज हुए
पुलिस ने सोनिया के खिलाफ दो केस दर्ज कराए थे। सरकारी गाड़ी व ड्राइवर उपलब्ध कराने के मामले में आरआई अनिल राय व एमटीओ श्याम सुंदर को सस्पेंड किया गया। एसपी, पश्चिम विवेकसिंह ने मामले में जांच के बाद अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी जिसमें आरआई व एमटीओ को सुविधा देने का दोषी माना गया। आरआई ने अपने बयान में बताया उन्हें इसके लिए पवन श्रीवास्तव ने कहा था।
पुलिस ने सोनिया के खिलाफ दो केस दर्ज कराए थे। सरकारी गाड़ी व ड्राइवर उपलब्ध कराने के मामले में आरआई अनिल राय व एमटीओ श्याम सुंदर को सस्पेंड किया गया। एसपी, पश्चिम विवेकसिंह ने मामले में जांच के बाद अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी जिसमें आरआई व एमटीओ को सुविधा देने का दोषी माना गया। आरआई ने अपने बयान में बताया उन्हें इसके लिए पवन श्रीवास्तव ने कहा था।
पुलिस टीम ने जब ऑफिसर्स मेस में सोनिया को पकड़ा तो उस दौरान वहां पवन श्रीवास्तव की ही पार्टी चल रही थी। सोनिया ने पार्टी में जाने के लिए ही टीआई पर दबाव बनाकर गुलदस्ता बुलाया था जिससे मामला एडीजी शर्मा तक पहुंचा था।
अफसर बोले, सीएसपी संग करती थी गश्त
एडीजी अजय कुमार शर्मा खुद के नाम का इस्तेमाल होने से नाराज थे इसी कारण उन्होंने सोनिया को गिरफ्तार कराया। जिन्होंने सुविधाएं दीं उन अफसरों के बयान हुए। एक अफसर ने एडीजी-डीआईजी के सामने कहा, सभी सोनिया को एडीजी की बहन बताते थे। महिला सीएसपी संग गश्त करती थी इसलिए हमें भी विश्वास हो गया था।
एडीजी अजय कुमार शर्मा खुद के नाम का इस्तेमाल होने से नाराज थे इसी कारण उन्होंने सोनिया को गिरफ्तार कराया। जिन्होंने सुविधाएं दीं उन अफसरों के बयान हुए। एक अफसर ने एडीजी-डीआईजी के सामने कहा, सभी सोनिया को एडीजी की बहन बताते थे। महिला सीएसपी संग गश्त करती थी इसलिए हमें भी विश्वास हो गया था।
गनमैन लेकर घूमती थी, कैसे विश्वास नहीं होता
एडीजी श्रीवास्तव ने सोनिया शर्मा से पहचान स्वीकार की लेकिन सुविधा के लिए नहीं कहा। श्रीवास्तव ने कहा मेरी 2-3 बार सोनिया से फोन पर बात हुई। वह खुद को एडीजी की बहन बताती थी। एमपी 03 सीरीज की सरकारी गाड़ी में गनमैन के साथ घूमती थी, जिससे कोई भी उस पर विश्वास कर सकता था। आज मेरे पास गनमैन नहीं है लेकिन उसके पास था, जिससे भ्रम हो गया।
एडीजी श्रीवास्तव ने सोनिया शर्मा से पहचान स्वीकार की लेकिन सुविधा के लिए नहीं कहा। श्रीवास्तव ने कहा मेरी 2-3 बार सोनिया से फोन पर बात हुई। वह खुद को एडीजी की बहन बताती थी। एमपी 03 सीरीज की सरकारी गाड़ी में गनमैन के साथ घूमती थी, जिससे कोई भी उस पर विश्वास कर सकता था। आज मेरे पास गनमैन नहीं है लेकिन उसके पास था, जिससे भ्रम हो गया।
40 से अधिक अफसरों को हुस्न के जाल में फंसाया
सोनिया ने पुलिस महकमे के 40 से अधिक अफसरों को हुस्न के जाल में फांसकर अपने कई बड़े काम करवाए। रिमांड के दौरान सोनिया ने यह भी कह दिया कि कई अफसरों से उसके शारीरिक संबंध हैं और अगर उसने उनके नाम बता दिए तो बवाल मच जाएगा। सोनिया इस बात पर भी धमका रही है कि अगर उसके साथ कुछ गलत हुआ तो वह इन सभी अफसरों के नाम सार्वजनिक कर देगी। रिमांड के दौरान यह भी पता चला है कि सोनिया ने पुलिस अफसरों से संबंधों का फायदा उठाकर कई बड़े सौदे भी करवाए।
सोनिया ने पुलिस महकमे के 40 से अधिक अफसरों को हुस्न के जाल में फांसकर अपने कई बड़े काम करवाए। रिमांड के दौरान सोनिया ने यह भी कह दिया कि कई अफसरों से उसके शारीरिक संबंध हैं और अगर उसने उनके नाम बता दिए तो बवाल मच जाएगा। सोनिया इस बात पर भी धमका रही है कि अगर उसके साथ कुछ गलत हुआ तो वह इन सभी अफसरों के नाम सार्वजनिक कर देगी। रिमांड के दौरान यह भी पता चला है कि सोनिया ने पुलिस अफसरों से संबंधों का फायदा उठाकर कई बड़े सौदे भी करवाए।
गिफ्ट देते थे अफसर, गाड़ी और गार्ड भी दिए
पुलिस अफसर सोनिया पर इतने मेहरबान थे कि उसे मॉल में शॉपिंग करवाते थे और गिफ्ट भी देते थे। सोनिया जब जो डिमांड करती थी कोई न कोई अफसर उसे पूरी कर देता था। कई पुलिस अधिकारी तो उस पर इतने मेहरबान थे कि उसे गाड़ी और सुरक्षा गार्ड भी दे रखे थे।
पुलिस अफसर सोनिया पर इतने मेहरबान थे कि उसे मॉल में शॉपिंग करवाते थे और गिफ्ट भी देते थे। सोनिया जब जो डिमांड करती थी कोई न कोई अफसर उसे पूरी कर देता था। कई पुलिस अधिकारी तो उस पर इतने मेहरबान थे कि उसे गाड़ी और सुरक्षा गार्ड भी दे रखे थे।
इटारसी में गिरफ्तार हुई तब किन्नर थी, सर्जरी करवाकर महिला बनी
इटारसी में नकली एसडीएम बनकर घूमने के मामले में गिरफ्तार हुई तो मेडिकल करवाया था। तब रिपोर्ट में किन्नर थी सोनाली। बाद में कनवर्ट करवाकर वह शी-मेल (महिला) बन गई थी।
इटारसी में नकली एसडीएम बनकर घूमने के मामले में गिरफ्तार हुई तो मेडिकल करवाया था। तब रिपोर्ट में किन्नर थी सोनाली। बाद में कनवर्ट करवाकर वह शी-मेल (महिला) बन गई थी।
खुद को बताती थी होम सेकेट्री की बेटी
सोनिया विद्यानगर में किराए के फ्लैट में साथी कृष्णा के साथ रहती थी। पुलिस टीम ने वहां छानबीन की तो पता चला कि सोनिया ने 14 हजार रुपए महीना किराए पर फ्लैट लिया था। किराए का कुछ हिस्सा कृष्णा भी चुकाता था। यहां आसपास के लोगों पर रौब जमाने के लिए सोनिया ने अपना परिचय होम सेकेट्री की बेटी के रूप में दिया था।
सोनिया विद्यानगर में किराए के फ्लैट में साथी कृष्णा के साथ रहती थी। पुलिस टीम ने वहां छानबीन की तो पता चला कि सोनिया ने 14 हजार रुपए महीना किराए पर फ्लैट लिया था। किराए का कुछ हिस्सा कृष्णा भी चुकाता था। यहां आसपास के लोगों पर रौब जमाने के लिए सोनिया ने अपना परिचय होम सेकेट्री की बेटी के रूप में दिया था।