१५ जिलों के गंभीर अपराध सुलझाएगी शाखा
इंदौर व उज्जैन संभाग के १५ जिलों में महिला संबंधी गंभीर अपराधों की जांच महिला अपराध शाखा की स्पेशल टीम करेगी। इसके लिए सभी थानों से मामले महिला शाखा की स्पेशल विंग के पास पहुंचेंगे।
यहां बनेगी स्पेशल टीम
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर।
120 का अमला, टीम हो रही तैयार
इंदौर महिला अपराध शाखा में ८ डीएसपी, १२ टीआई और एसआई व एएसआई, हेड कांस्टेबल और हवलदार समेत १२० का अमला है। इनसे ही स्पेशल टीम बन रही है।
इंदौर व उज्जैन संभाग के १५ जिलों में महिला संबंधी गंभीर अपराधों की जांच महिला अपराध शाखा की स्पेशल टीम करेगी। इसके लिए सभी थानों से मामले महिला शाखा की स्पेशल विंग के पास पहुंचेंगे।
यहां बनेगी स्पेशल टीम
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर।
120 का अमला, टीम हो रही तैयार
इंदौर महिला अपराध शाखा में ८ डीएसपी, १२ टीआई और एसआई व एएसआई, हेड कांस्टेबल और हवलदार समेत १२० का अमला है। इनसे ही स्पेशल टीम बन रही है।
चार महानगरों में बनी टीम
शासन ने प्रदेश के चार महानगरों में डीआईजी स्तर के अधिकारियों की पदस्थापना की है, जो महिला अपराधों का पर्यवेक्षण करेंगे। गंभीर स्थितियों में पुलिस मुख्यालय के माध्यम से महिला प्रकोष्ठ के माध्यम से विवेचना करेंगे। इसके लिए स्पेशल टीम तैयार हो चुकी है। महिला संबंधी अपराध खासतौर पर दुष्कर्म केस में लेटलतीफी और लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
– गौरव राजपूत, डीआईजी, महिला अपराध शाखा २५ दिन में चालान पेश होने और स्पीड-अप ट्रायल से पीडि़ता को जल्द न्याय मिलेगा। इंदौर व उज्जैन संभाग के १५ जिलों में महिला संबंधी गंभीर अपराधों की जांच महिला अपराध शाखा की स्पेशल टीम करेगी।