40 से ज्यादा शो में कर चुके हैं परफॉर्म अंश भावसार, 24 साल साल 2016 में मैंने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर बीट्स ऑफ मिसचीफ ग्रुप की शुरुआत की थी। उस वक्त इंदौर के लिए ओपन माइक का कल्चर भी काफी नया था, लेकिन हमारे सीखने के लिए काफी अच्छा मंच था। करीब 6 महीने के बाद पहला पेड शो मिला और फिर इस दिशा में ही काम करना शुरू कर दिया था। मैं सिविल इंजीनियर हूं लेकिन कॉमेडी को ही अपना प्रोफेशन बनाया है। आइआइटी कानपुर, आइआइटी मुंबई सहित ४० से ज्यादा शो में कर चुका हूं। ये इंडस्ट्री आप से संघर्ष मांगती है, लेकिन सफलता भी मिलती है। मुझे याद है पहले शो में मुझे बहुत कम पैसा मिला था और बहुत देर तक मैंने परफॉर्मेंस दी थी। मैं फिलहाल मुंबई में हूं और खुद के यू-ट्यूब चैनल को शुरू करने के लिए काम कर रहा हूं।
आइआइटी मुंबई के शो में बने जज
अर्पित सिंह बछोतिया, 23 साल साल 2016 में पहली परफॉर्मेंस अपने कॉलेज आइआइपीएस में दी थी। वहां से खुद में कॉन्फिडेंस आया और ओपन माइक का हिस्सा रहा। करीब डेढ़ साल से ज्यादा का समय मुझे खुद के कंटेंट तैयार करने में लगा। पहला शो मिलने में भी करीब इतना ही समय लगा। फिर एक के बाद एक शो मिलते गए। मैं पुणे, मुंबई, बेंगलूरु सहित कई शहरों में 18 शो कर चुका हूं। इतना ही नहीं मुझे आइआइटी मुंबई के सबसे चर्चित कल्चरल फेस्ट मूड इंडिगो में कॉमेडी सेग्मेंट को जज करने का मौका मिला था। इस प्रोग्राम में देशभर से डेढ़ लाख से ज्यादा लोग शामिल होते हैं। ये मेरे लिए एक बड़ा अचीवमेंट था। मैंने बीबीए किया है। अब कॉमेडी को ही अपना प्रोफेशन बना रखा है।
अर्पित सिंह बछोतिया, 23 साल साल 2016 में पहली परफॉर्मेंस अपने कॉलेज आइआइपीएस में दी थी। वहां से खुद में कॉन्फिडेंस आया और ओपन माइक का हिस्सा रहा। करीब डेढ़ साल से ज्यादा का समय मुझे खुद के कंटेंट तैयार करने में लगा। पहला शो मिलने में भी करीब इतना ही समय लगा। फिर एक के बाद एक शो मिलते गए। मैं पुणे, मुंबई, बेंगलूरु सहित कई शहरों में 18 शो कर चुका हूं। इतना ही नहीं मुझे आइआइटी मुंबई के सबसे चर्चित कल्चरल फेस्ट मूड इंडिगो में कॉमेडी सेग्मेंट को जज करने का मौका मिला था। इस प्रोग्राम में देशभर से डेढ़ लाख से ज्यादा लोग शामिल होते हैं। ये मेरे लिए एक बड़ा अचीवमेंट था। मैंने बीबीए किया है। अब कॉमेडी को ही अपना प्रोफेशन बना रखा है।
कॉलेज ड्रॉप आउट, लेकिन कॉमेडी में कर रहे कमाल नलिन सिंह यादव, 24 साल साल 2013-14 में मॉरिशस में मॉस कम्यूनिकेशन के लिए गया, लेकिन कुछ समझ नहीं आया तो वापिस लौट आया। उसके बाद साल 2016 में ओपन माइक में स्टोरीटेलिंग और कविताएं सुनाना शुरू किया। उस वक्त कॉमेडी भी ट्राई की और मुझे लोगों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला। करीब दो साल के बाद पहला शो मिला। मैं अभी तक 200 से ज्यादा ओपन माइक और 50 पेड शो कर चुका हूं। इंदौर में भी शो कर रहा हूं और खुद का एक ओपन माइक ग्रुप चला रहा हूं। अगर आपका कंटेंट अच्छा है तो फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने समय से इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं।
इंडस्ट्री ओवरव्यू – एक स्टैंडअप कॉमेडियन को एक शो के करीब 10 हजार से 20 हजार रुपए तक मिल जाते हैं।
– कई शोज में एक मिनट की परफॉर्मेंस के लिए 500 रुपए भी दिए जाते हैं।
– इंदौर में 10 से ज्यादा स्टैंडअप कॉमेडियन हैं। इनमें 5 इंदौर के बाहर भी कई शहरों में परफॉर्मेंस दे रहे हैं।
– एक स्टैंडअप कॉमेडियन को एक महीने में दो से तीन शो आसानी से मिल जाते हैं।
– शहर में करीब 8 ओपन माइक हो रहे हैं। हर ओपन माइक में औसतन 25 आर्टिस्ट परफॉर्म करते हैं।
– कई शोज में एक मिनट की परफॉर्मेंस के लिए 500 रुपए भी दिए जाते हैं।
– इंदौर में 10 से ज्यादा स्टैंडअप कॉमेडियन हैं। इनमें 5 इंदौर के बाहर भी कई शहरों में परफॉर्मेंस दे रहे हैं।
– एक स्टैंडअप कॉमेडियन को एक महीने में दो से तीन शो आसानी से मिल जाते हैं।
– शहर में करीब 8 ओपन माइक हो रहे हैं। हर ओपन माइक में औसतन 25 आर्टिस्ट परफॉर्म करते हैं।