दरअसल, परंपरागत शिक्षा नीति से बेरोजगार बढ़ रहे हैं। पाठ्यक्रमों में नई टेक्नालॉजी व नवाचारों में तालमेल नहीं है। शहर व ग्रामीण स्कूल एजुकेशन में भी पाठ्यक्रमों में अंतर बढ़ रहा है। मप्र बोर्ड एजुकेशन में इस कमी से बच्चों के नवाचार करने का टैलेंट अनुपयोगी रह जाता है।
वे डिग्री हासिल कर रोजगार की तलाश करते रहते हैं। टाई मप्र के सावन लड्ढा का कहना है, बच्चों के रचनात्मक कौशल को स्कूलों में ही निखारने के लिए स्कूल में स्टार्टअप का पाठ पढ़ाने का सुझाव दिया है। स्कूलों की प्रयोगशालाओं को अपडेट करने की जरूरत होगी। तकनीकी संसाधन विकास के लिए आइटी व अन्य रिसर्च संगठन का सहयोग ले सकते हैं। यदि बच्चों को स्कूल से ही ट्रेंड कर पढ़ाई के प्रोफेशनल व कमर्शियल पहलू की जानकारी होगी तो वे अपना काम शुरू करने के लिए तैयार हो सकेंगे। इंदौर में आयोजित स्टार्ट इन कॉन्फ्रेंस में और इसके बाद स्टार्टअप की लहर को पूरे प्रदेश में लाने के लिए तैयार की गई नीति को अब ग्रास रूट पर लाने का काम किया जा रहा है।
यह आएगा बदलाव
सरकार व स्टार्टअप कंपनियों की सोच है कि कुछ ऐसे टैलेंट होते हैं, जिन्हें डेवलप किया जाए तो वे सैकड़ों युवाओं को रोजगार देने का माध्यम बन सकते हैं।
यह करेगी सरकार
सूत्रों का कहना है, स्टार्टअप नीति बनाने के बाद इसे व्यापक स्तर पर लागू करने के लिए अलग-अलग स्तर पर विचार चल रहा है। संगठन व सरकार प्रारूप तैयार कर रहे हैं।
समाज में नई क्रांति
-विशेषज्ञों का कहना है बच्चे अपने रचनात्मक आइडिया पर स्कूल से ही काम शुरू करेंगे तो कॉलेज तक पहुंचते-पहुंचते खुद ही अपने पैरों पर खड़े हो सकते हैं। उन्हें मार्गदर्शन की ही जरूरत है।
-सरकार नवाचार, आइडिएशन व उद्यमिता को बढ़ावा देकर छात्रों को प्रोत्साहित करेगी।
-स्कूल स्तर पर इनक्युबेशन सेंटर, डिजिटल लाइब्रेरी, टेक्नालॉजी इनोवेशन नॉलेज लेक्चर व अन्य आयोजन किए जाएंगे।
-स्कूलों में ही अलग-अलग क्लासेस में बच्चों से गतिविधियां करवाएंगे और इनका मूल्यांकन करेंगे।
-व्यावहारिक सीख पर दिया जाएगा जोर।
-स्टार्टअप व उद्योगों के साथ इंटरेक्शन करवाएंगे।
स्टार्टअप का सम्मान आज
शहर को प्रदेश की स्टार्टअप राजधानी बनाने के प्रयास चल रहे हैं। इसके लिए स्टार्टअप प्रोत्साहन का काम जारी है। सोमवार को केंद्रीय एमएसएमई राज्य मंत्री भानुप्रताप सिंह दुबई एक्सपो में हिस्सा लेने गए स्टार्टअप को सम्मानित करेंगे। इस दौरान एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा व सांसद शंकर लालवानी उपिस्थत रहेंगे। इंदौर के स्टार्टअप को यह मौका सांसद के प्रयासों से मिला था।
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सरकार प्रदेश में स्टार्टअप को प्रोत्साहित कर रही है। इसका विमोचन मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
-पी. नरहरि, सचिव, एमएसएमई, स्टार्टअप