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प्रदेश का पहला स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क हाउसफुल, कोरोना काल में 86 बड़ी कंपनियों ने किया निवेश

locationइंदौरPublished: Nov 22, 2021 11:11:10 am

– चार उद्योगों ने शुरू किया उत्पादन, 7 के प्लांट का काम लगभग पूरा, सभी कंपनियां आने से 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
– 1200 एकड़ के पार्क में अलग-अलग साइज के 90 प्लॉट

प्रदेश का पहला स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क हाउसफुल, कोरोना काल में 86 बड़ी कंपनियों ने किया निवेश

प्रदेश का पहला स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पार्क हाउसफुल, कोरोना काल में 86 बड़ी कंपनियों ने किया निवेश

इंदौर. कोरोना संक्रमण काल के बीच भी प्रदेश के पहले स्मार्ट इंडस्ट्रीयल पाक की सेहत में अनापेक्षित सुधार आया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिगड़ती अर्थव्यवस्था के बीच भी पीथमपुर के पास सागौर में 1200 एकड़ में बने पार्क में 95 फीसदी औद्योगिक प्लाट बुक हो गए। 90 में 86 प्लॉट का आवंटन बीते दो साल में किया गया है। खास बात यह है कि इन 86 में से चार निवेशक कंपनियों के प्लांट लगे और उत्पादन भी शुरू हो गया है। सात कंपनियों ने प्लांट का काम शुरू कर दिया है, अगले साल की शुरुआत तक वहां भी उत्पादन होने लगेगा। अभी यहां करीब 650 लोगों को रोजगार मिल चुका है, और आने वाले छह महीने में यह आंकडा 1500 तक पहुंच जाएगा। एमपीआईडीसी (मप्र इंडस्ट्रीयल कॉरपोरेशन) के अफसरों की माने तो सभी कंपनियां जब अपना काम शुरू करेगी तो पार्क में करीब 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और करीब 15 हजार करोड़ का निवेश आएगा।
राल्सन, सिप्ला जैसी दिग्गज कंपनियों ने किया निवेश

स्मार्ट इंडस्टीयल पार्क में राल्सन टायर, सिप्ला, मेकलाइड फार्मा, ऑटोमोटिव एक्सल जैसे ख्यात कंपनियों ने भी निवेश किया है। यहां 6 हजार से लेकर करीब 70 हजार वर्गफीट तक के औद्योगिक प्लॉट है। यह प्रदेश की पहली इंडस्ट्रीयल टाउनशिप हैं जहां उद्योग और कर्मचारियों से जुड़ी सभी सुविधाएं जुटाई गई है। जिन कंपनियों ने निवेश किया है उनमें फार्मा, ऑटोमोबाइल, फूड प्रोसेसिंग, इंजीनियरिंग सहित मल्टी प्रोडक्ट सेक्टर के उद्योग शामिल है। अभी विजया पॉलीमर्स, प्रताप डिजिटल, टेनको और अल्ट्रान इंडस्ट्री ने काम शुरू कर दिया है। चारों कंपनियों में करीब 650 लोगों को रोजगार भी मिल चुका है। डाइसिन फार्मा, जेपटेक इंजिकॉर्प, इन्कोहब पेपर्स, फिसकॉन पोलीफेब, मोदी गनी और राजरतन री-साइक्लिंग कंपनियों के प्लांट का काम जारी है।
सिर्फ चार प्लॉट शेष

पार्क के 90 में से 86 प्लॉट की बुङ्क्षकग के बाद अब चार प्लॉट बचे हैं। उन्हें लेकर भी कुछ आवेदन मिल गए हैं, लेकिन कागजी खानापूर्ति के चलते उनके आवंटन नहीं हो सके। गुजरात और महाराष्ट्र से जुड़ी कपनियों ने यहां निवेश करने की इच्छा जाहिर की है, उम्मीद है इस महीने के अंत तक उन्हें लेकर भी अंतिम निर्णय हो जाएगा। एमपीआईडीसी के क्षेत्रीय निदेशक रोहन सक्सेना के मुताबिक पार्क में मौजूद सुविधाओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर से निवेश काफी खुश हैं। अभी यहां चार कंपनी का उत्पादन शुरू हुआ। सात के प्लांट का निर्माण चल रहा है।
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