एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जालौन (उत्तरप्रदेश) के दो युवक मुंबई में वारदात को अंजाम देकर नारायणपुर दिग्ठान (धार) के किसी स्कूल में शिक्षक बनकर फरारी काट रहे हैं। एक टीम मौके पर भेजी गई, जहां दो संदिग्ध आशीष कुमार पुत्र शिवकुमार कुशवाह निवासी जालौन और सुनील पुत्र रामअवतार कुशवाह के बारे में पता चला। पुलिस ने दबिश दी तो आशीष को धरदबोचा।
धार में दोस्त के जरिए टीचर बन गया आशीष पूछताछ में उसने बताया कि वह बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। उसने साथी मोनू पुत्र अशोक खरे और मामा के लडक़े सुनील कुशवाह के साथ मिलकर अक्टूबर 2019 में नवी मुंबई से एक बाइक चुराई थी। अगले दिन तीनों ने जुहू बीच पर एक महिला का पर्स छीना था। इसमें डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, 4500 रुपए और सोने के गहने मिले थे। अलगे दिन वनराई में साईंनाथ अशोक बाबुल का मोबाइल लूट लिया। इसके बाद आशीष और सुनील इंदौर पहुंचे। यहां से धार चले गए, जहां एक दोस्त के जरिए टीचर बन गए।