टीआई अशोक पाटीदार के मुताबिक शुभम (१८) पिता ईश्वर सिंह सिसौदिया निवासी अंबिकापुरी की सुबह तबियत बिगडऩे के बाद मौत हो गई। शव का जिला हॉस्पिटल में पीएम कराया है। मृतक के ताऊजी भगवान सिंह ने बताया की वे वर्तमान में एरोड्रम थाने में हेड कास्टेबल के पद पर है। उन्होंने बताया सुबह करीब पांच बजे भतीजा शुभम रोज की तरह घर से दौड़ लगाने के लिए बिजासन स्थित बीएसएफ कैंपस तक पहुंचा। दौड़ लगाते वक्त उसकी अचानक तबियत बिगड़ गई। उसे बीएसएफ में पदस्थ जवानों ने रोड पर अचेत हालत में देख पुलिस को सूचना दी। इसके बाद वे उसे उपचार के लिए क्षेत्र के निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। हॉस्पिटल से मिली सूचना के बाद थाने का स्टॉफ वहां पहुंचा। जब भतीजे का उपचार चलने लगा तो थाने के पुलिसकर्मी ने उसके मोबाइल खोल परिवार से संपर्क करने का प्रयास किया। इस दौरान शुभम के मोबाइल पर उन्हें ताऊजी भगवान सिंह का फोटो दिखा। इसके बाद पुलिसकर्मी ने उन्हें फोन पर उपचाररत शुभम के बारे में सूचना देकर बुलाया। वे हॉस्पिटल पहुंचे तो शुभम बार-बार पापा- मम्मी पेट में दर्द होने की बात कह कर कराहने लगा। बेहतर उपचार के लिए पुलिसकर्मी ताऊजी उसे गोकुलदास हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। यहां आधा घंटे चले उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पीएससी की तैयारी कर रहा था ताऊजी भगवान सिंह ने बताया की मृतक उनके छोटे भाई का इकलौता बेटा है। उनका परिवार मृलत: सांवेर के पंचोला गांव का रहने वाला है। तीन साल से मृतक उनके अंबिकापुरी स्थित घर में रहकर पीएससी की पढ़ाई कर रहा है। वह परीक्षा की तैयारी के साथ बी कॉम प्रथम वर्ष में पढ़ भी रहा था। रोज अलसुबह वह घर से दौड़ लगाने के लिए निकलता। वहां से लौटने के बाद वह पढ़ाई करने बैठ जाता। उसके ज्यादा दोस्ती नहीं थी। इस वजह से आसपास रहने वाले लोग भी उसे पहचानते नहीं थे। पीएम कराने पहुंचे पुलिसकर्मी ताऊजी वहां विलाप करते रहे। वहां जितने भी परिचित पहुंचे वे यही बात दौहराते रहे की दौड़ के दौरान हार्ट अटैक आने से छात्र की जान गई है।
पीएम में जहर खाने की पुष्टि मेडिकल सूत्रों के मुताबिक मृतक की जहर खाने से जान गई है। इस संबंध में उन्होंने थाना पुलिस को पीएम रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं शाम तक थाना पुलिस पीएम रिपोर्ट नहीं मिलने की बात कहते हुए छात्र की मौत अज्ञात कारणों से होने की बात दोहराती रही।