script

कॉपियां खुलते ही हंगामा कर रहे छात्रनेताओं की हुई बोलती बंद

locationइंदौरPublished: Sep 19, 2018 04:24:41 pm

Submitted by:

amit mandloi

मूल्यांकन को गलत ठहराने के लिए फैकल्टी भी लाए थे साथ

indore davv

कॉपियां खुलते ही हंगामा कर रहे छात्रनेताओं की हुई बोलती बंद

इंदौर. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में मंगलवार को छात्रों ने मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। कुछ छात्र नेताओं ने कुलपति से अभद्रता भी की। छात्रों की बात मानकर कुलपति ने सेंपलिंग के लिए चार कॉपियां बुलवाईं, लेकिन कॉपियां दोबारा जंचने पर मूल्यांकन सही पाया गया। इसकी जानकारी लगते ही छात्रनेताओं के साथ छात्र-छात्राएं भी चुपचाप खिसक लिए।
बीकॉम व बीएससी फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट पिछले सप्ताह ही जारी किया है। बीकॉम फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट करीब ६५ फीसदी रहा। खरगोन पीजी गवर्नमेंट कॉलेज के सिर्फ १० फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए। ज्यादातर को कॉस्ट अकाउंट विषय में एटीकेटी मिली। एबीवीपी के सौरभ शर्मा, विवेक सोनी के साथ कॉलेज अध्यक्ष मयंक पटेल और अन्य छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी आए और मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाया। कुलपति प्रो. नरेंद्र धाकड़ ने रिव्यू का आवेदन करने को कहा तो छात्र भडक़ गए। यूनिवर्सिटी पर पैसे लेकर पास करने की बात कही। कुलपति ने झूठे आरोप लगाने से मना किया तो छात्र नेता अभद्रता करने लगे। बोले, यूनिवर्सिटी बच्चों से वसूली ही करना चाहती है तो बता दे, हम चंदा कर दे देते हैं। कुलपति ने कहा, आठ दिनों में हम सेंपलिंग करा लेंगे। मूल्यांकन में गलती मिलने पर सभी कॉपी फिर जंचवाएंगे। छात्रों ने कहा, आपको ये चिंता करने की जरूरत नहीं है, हम अपने साथ दो फैकल्टी भी लाए है।
एक घंटे में बुलवाई कॉपियां
छात्रों के साथ छात्रनेता कुलपति का घेराव कर बैठ गए। उनका कहना था, रिजल्ट में सुधार कराकर ही लौटेंगे। छात्रों को पांच रोल नंबर देने को कहा, पर उन्होंने चार ही दिए। चारों की कॉपियां एक घंटे में मूल्यांकन केंद्र से बुलवाकर छात्रों के साथ आए दो फैकल्टी व एक विषय विशेषज्ञ को बुलवाकर जंचवाईं। तीनों ने मूल्यांकन सही बताया।
मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाना आसान है। बीकॉम फोर्थ सेमेस्टर का रिजल्ट ६५ फीसदी रहा है। खरगोन के कुछ छात्र-छात्राओं का आरोप था, कॉपी गलत जंची। हमने कॉपियां बुलाकर स्थिति से अवगत करा दिया। वे चाहें तो रिव्यू का आवेदन कर सकते हैं।
– प्रो.नरेंद्र धाकड़, कुलपति

ट्रेंडिंग वीडियो