बीएससी पांचवे सेमेस्टर का रिजल्ट बुधवार को जारी हुआ है। आरोप है कि फेल होने वालों में से ८० फीसदी छात्र-छात्राएं सिर्फ कैमिस्ट्री विषय में फेल हुए। इनमें कुछ ऐसी छात्राएं भी है जो अब तक हर सेमेस्टर में टॉप करती आई है। सुबह करीब ११ बजे ५० से ज्यादा छात्र-छात्राएं कुलपति प्रो.नरेंद्र धाकड़ से मिलने पहुंचे। कुलपति ने सिर्फ कुछ लोगों से मिलने की बात कही तो विद्यार्थी भडक़ गए और सभी मिलने की मांग करने लगे। कुछ देर बाद एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अमित पटेल, सरफराज अंसारी, विकास नंदवाना, रजत पटेल भी पहुंच गए। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें भी कुलपति से मिलने से रोका। इस पर वे भडक़े और नीचे जाकर पाइप के सहारे कुलपति कक्ष में पहुंचकर हंगामा करने लगे। इस दौरान सीढिय़ों पर खड़े बाकी छात्रनेताओं ने चिल्लरें इक_ा कर कुलपति पर फेंकना शुरू कर दी। हैरानी की बात है कि उस दौरान पुलिसकर्मी भी वहीं मौजूद थे। लेकिन, किसी ने न तो छात्रनेताओं और न ही छात्रों को रोकने की हिम्मत जुटाई।
…तो पता चल जाएगी औकात
कुलपति कैबिन में पहुंचने के बाद छात्रनेताओं की कुलपति से तीखी बहस हुई। नंदवाना और अंसारी ने कुलपति से जमकर बदतमीजी की। कुलपति ने उन्हें शांति से चर्चा करने को कहा तो अंसारी ने धमकाने भरे अंदाज में कहा कि क्या आपसे मिलने आए विद्यार्थी आतंकवादी है जो आप मिलने से इंकार करते रहे। नंदवाना ने अभद्रता करते हुए कहा कि आप कई दिनों से हमारी शिकायत संगठन को कर रहे है। अब तक कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाया। हम अपनी वाली पर आए तो आपको अपनी औकात पता चल जाएगी।
आठ दिन में मिलेगा नया रिजल्ट कुलपति ने पहले १० विद्यार्थीयों की कॉपियों की सेंपलिंग कराने का ऑफर दिया था। हंगामा जारी रहने पर वे कैमिस्ट्री विषय में फेल होने वाले सभी विद्यार्थियों की कॉपी दोबारा जंचवाने को राजी हो गए। उन्होंने ये रिजल्ट आठ दिन के भीतर जारी कराने के साथ यह भी कहा कि अगर मूल्यांकन में गड़बड़ी पाई गई तो कॉपी जांचने में गलती करने वालों को ब्लैकलिस्टेड किया जाएगा।