कोरोना महामारी के बाद रियल इस्टेट बाजार में बूम के बाद सभी को उम्मीद है, सरकार इस बार भी गाइड लाइन में बहुत ज्यादा बढ़ौतरी नहीं करेगी। इंदौर जिले में भी बढ़ौतरी प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। उप जिला मूल्यांकन समिति द्वारा इन पर प्रारंभिक रूप से विचार विमर्श भी करते हुए अंतिम प्रारूप बन रहा है। जल्द ही कलेक्टर मनीषसिंह की अध्यक्षता में जिला मूल्यांकन समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। विभागीय अफसरों की जानकारी के अनुसार इस बार नया प्रयोग कर गाइड लाइन के प्रारूप में बदलाव लाया जा रहा है। इसे आन लाइन तैयार करते हुए संपत्तियों की जियो टैंगिंग की जा रही है। जिससे शहर में संपत्ति की लोकेशन, स्थिति को आसानी से पता किया जा सकेगा। इस कवायद से गाइड लाइन में तय लोकेशन में भी कमी आएगी। वर्तमान में जिले के चारों सर्कल से ३०० लोकेशन कम किए जाने के प्रस्ताव है। कुछ नए क्षेत्र भी शामिल किए जा रहे हैं।
79 गांव का निवेश क्षेत्र होगा शामिल इस बार नया मास्टर प्लान भी तैयार हो रहा है। इसके चलते निवेश क्षेत्र में बदलाव किया गया है। इसमें 79 नए गांव शामिल किए है। इससे कृषि भूमि के लिए तय तालिकाओं के गांवों में भी बदलाव आएगा। इनमें गांवों की संख्या में बढ़ौतरी होगी, जिससे कृषि भूमि की रजिस्ट्री के उपबंध बदलेंगे।