घटना विजय नगर थाना क्षेत्र में गोपाल चौधरी कारपेंटर और फेब्रिकेशन का काम करते हैं। मकान मालिक मूलचंद ने बताया कि राजस्थान से गोपाल के पिता का उनके पास फोन आया था कि गोपाल कहां है, उसका पता लगाओ, क्योंकि उसने फेसबुक पर कुछ लेटर लिखा है और उसमें मरने का जिक्र किया है। इसके बाद उन्होंने गोपाल को ढूंढा और उसे थाने ले गए।
बिल्डर नहीं दे रहे दस लाख रुपए गोपाल ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि उसने दो टाउनशिप में काम किया है, एक में पितांबर वाधवानी की और दूसरी केसरी बिल्डर की है। दोनों करीब 10 लाख रुपया नहीं दे रहे हैं। जबकि जिन्हें उसे रुपया देना है, वे तकादा कर रहे हैं। गोपाल ने बताया कि मजदूरों को भी रुपए देना है, जिनसे उसने काम करवाया है। इससे दुखी होकर आत्महत्या विचार आया, लेकिन सफ ल नहीं हो पाया।
15 साल से है इंदौर में मूलचंद ने बताया कि गोपाल राजस्थान का रहने वाला है और यहां करीब 15 साल से निवास कर रहा है। किसी बिल्डर ने उसका पैसा डूबा दिया, पैसे के संताप में उसने अभी तक शादी भी नहीं की और साल भर से वह घर वालों को भी पैसा नहीें पहुंचा पाया। गोपाल बहुत ही दुखी और मायूस है। पुलिस उसकी काउंसिल कर रही है और अब मामला डीआईजी के पास भेजा जाएगा।