दरअसल, समर्थकों के लिए निगम चुनाव में टिकट मांगने के सवाल पर ताई ने कहा- अब उन्हें कौन पूछेगा। उन्होंने मंत्रिमंडल विस्तार में इंदौर उचित प्रतिनिधित्व देने की की भी मांग जरूर की है। ताई ने कहा कि इंदौर में ज्यादा मंत्री मिलते हैं, तो अच्छी बात है। नहीं मिलते हैं, तो रोष जाहिर करना चाहिए। दरअसल, सुमित्रा महाजन कई बार इस तरह की बात कह चुकी हैं।
सुमित्रा महाजन इंदौर से आठ बार सांसद रहीं। पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में लोकसभा अध्यक्ष थीं। उसके बाद 2019 में उम्र का हवाला देते हुए पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।। फिलहाल सुमित्रा महाजन के पास कोई पद नहीं है।
सुमित्रा महजन ने इंदौर में महापौर प्रत्याशी को लेकर कहा कि इंदौर में महापौर का उम्मीदवार विजन वाला होना चाहिए। जो काम कर सके और करा सके ऐसा उम्मीदवार होना चाहिए। बता दें कि मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव फिलहाल 20 फरवरी तक के लिए स्थागित कर दिए गए हैं।