इंदौर से आठ बार की सांसद ताई अगर नौवीं बार चुनाव लड़कर लोकसभा में जाती है तो एक नया कीर्तिमान रचेंगीं। वे ऐसी महिला होंगीं, जिनके खाते में लगातार एक ही सीट से इतने चुनाव जीतने का रिकॉर्ड होगा। महाजन भी इसे बनाने के मूड में हैं, जिसके चलते पिछले दिनों वह दीनदयाल भवन पहुंची थी और प्रमुख नेताओं से बात की थी। उन्होंने मंडलों की बैठक लेने की इच्छा जाहिर की थी ताकि कार्यकर्ताओं से चुनाव के पहले रूबरू हो जाएंं।
बाद में नाराजगी की कोई वजह न रहे। ताई और उनकी टीम हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है ताकि कोई बवाल न हो, जिसके चलते सब बातों का ध्यान रखा जा रहा है। इसमें शुभ-लाभ के साथ में मुहूर्त भी देखा जा रहा है। वैसे तो संक्रांति के पहले बैठक की योजना थी, लेकिन ताई के यहां से १५-१६ जनवरी का समय दिया गया। हिंदू मान्यताओं के हिसाब से मकर संक्रांति से पहले कोई मलमास होता है, जिसमें कोई शुभ काम नहीं किया जाता, ना उसकी शुरुआत की जाती है।
इसके चलते १४ जनवरी के बाद में बैठकों को रखा गया है। इसे ताई खेमा लोकसभा चुनाव का आगाज मानकर चल रहा है। ताई के निर्देशानुसार बैठक में क्षेत्र में रहने वाली मंडल से लेकर राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों के अलावा मोर्चा प्रकोष्ठ व बूथ के प्रमुख को बुलाया जा रहा है ताकि कोई अछूता ना रहे।
आज विधानसभाओं में जाएंगे विजयवर्गीय
लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वे आज देपालपुर, सांवेर, राऊ और महू के कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। उनकी सक्रियता के पीछे का तर्क है कि देपालपुर, सांवेर और राऊ की विधानसभा चुनाव हारने के बाद कार्यकर्ताओं में निराशा का भाव आ गया है। विजयवर्गीय उनमें जान फूंकने का प्रयास करेंगे। उन्हें संदेश दिया जाएगा कि चुनाव में हारने से निराश होने की जरूरत नहीं है। सभी बैठकों में पार्टी के हारे-जीते प्रत्याशी साथ में रहेंगे।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वे आज देपालपुर, सांवेर, राऊ और महू के कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। उनकी सक्रियता के पीछे का तर्क है कि देपालपुर, सांवेर और राऊ की विधानसभा चुनाव हारने के बाद कार्यकर्ताओं में निराशा का भाव आ गया है। विजयवर्गीय उनमें जान फूंकने का प्रयास करेंगे। उन्हें संदेश दिया जाएगा कि चुनाव में हारने से निराश होने की जरूरत नहीं है। सभी बैठकों में पार्टी के हारे-जीते प्रत्याशी साथ में रहेंगे।