9 महीने बाद हत्या का खुलासा
वारदात के नौ महीने बाद इंदौर क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े आरोपी पंकज उर्फ भोला शर्मा और संजय बंगर पर उज्जैन पुलिस ने 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वारदात में प्रयुक्त वाहन के इंदौर के होने की जानकारी पुलिस को मिली थी और पुलिस काफी दिनों से आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी लेकिन आरोपी पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रहे थे। मामले में पुलिस ने ढाबा संचालक और हिन्दूवादी नेता सुखविंदर सिंह खनूजा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है उसके साथ मैजिक वाहन के ड्राइवर वाहिद को भी पहले ही पुलिस पकड़ चुकी थी। आरोपी पंकज और संजय फरार थे जो अब पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। पुलिस के मुताबिक संजय और पंकज दोनों ही आदतन अपराधी हैं जिनपर पहले से भी कई मामले दर्ज हैं।
शादी के दबाव बना रही थी युवती
आरोपी ढाबा संचालक सुखविंदर सिंह और युवती के बीच संबंध थे और युवती सुखविंदर पर पत्नी को तलाक देकर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी। युवती ने सुखविंदर पर रेप का केस भी दर्ज कराया था लेकिन बाद में सुखविंदर उस केस में बरी हो गया था। केस से बरी होने और युवती के बार बार शादी के लिए दबाव बनाने पर ही सुखविंदर ने युवती की हत्या की साजिश रची थी और ढाबे पर आए बदमाशों को हत्या की सुपारी दी थी।
हत्या को हादसे की शक्ल देने की कोशिश नाकाम
पूरी प्लानिंग के तहत आरोपी सुखविंदर ने युवती को मिलने के लिए 15 नवंबर को अपने ढाबे पर बुलाया था जैसे ही युवती ऑटो से उतरी तो मैजिक चालक वाहिद ने साथी के इशारे पर उसे मैजिक से कुचल दिया था। वारदात एक सीसीटीवी में कैद हुई थी और यही सीसीटीवी पुलिस के लिए अहम सुराग बना और आरोपी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए।