उन्होंने फिर दोहराया, इंदौर में वैक्सीन की कमी नहीं आने दी जाएगी। पिछले माह भी उन्होंने यहीं दावा किया था, लेकिन 20 दिनों में मात्र 8 दिन ही टीकाकरण हो पाया है। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा, वैक्सीन के जरिए हम तीसरी लहर से लड़ पाएंगे। जनता को अभी से सतर्कता बरतना होगी।
आंखों का अस्पताल जल्द होगा शुरू
उन्होंने कहा, पलासिया स्थित कल्याणमल नर्सिंग होम की जगह पर 40 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा नेत्ररोग विभाग का सेंटर फॉर आई साइट भी 80 फीसदी बनकर तैयार हो गया है। इसमें कुछ उपकरणों की आवश्यकता है, साथ ही स्टॉफ की नियुक्ति की जा रही है। अक्टूबर तक इसे भी शुरू करने की कोशिश की जाए।
मध्यमवर्गीय के लिए अलग अस्पताल
एसीएस ने दो माह में 200 बिस्तरों के एक अलग अस्पताल का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं। यह ऐसे मध्यमवर्गीय मरीजों के लिए होगा जो इलाज तो सशुल्क कराना चाहते हैं, लेकिन निजी अस्पताल में ज्यादा खर्च व सरकारी में कम सुविधाओं के कारण नहीं जा पाते। इसमें कैंसर समेत अन्य कई बीमारियों के इलाज की सुविधा होगी।
सुपर स्पेशलिटी अक्टूबर से हो शुरू
उन्होंने कहा, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया, लेकिन उस दौरान कोविड में उसकी जरूरत ज्यादा थी। अभी उसमें केवल एक कोरोना मरीज भर्ती है। अब जरूरत इस बात की है कि सुपर स्पेशलिटी के रूप में ही उसका उपयोग हो। नई नियुक्तियां शुरू हुई हैं। खासतौर पर डॉक्टरों की नियुक्ति सुनिश्चित करना है। कुछ उपकरण आ गए हैं और कुछ आना हैं। अस्पताल को अक्टूबर में सुपर स्पेशलिटी के रूप में शुरू कर दिया जाएगा।