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इंदौर नेशनल कुश्ती में फोगाट बहनें जीतकर पहुंची दूसरे राउंड में

locationइंदौरPublished: Nov 16, 2017 03:20:41 pm

इंदौर शहर में चल रहा नेशनल कुश्ती का मामुकाबला

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परिणाम- रितु फोगाट ने पहले राउंड में तनुजा यादव को हराया

– विनेश फोगाट ने पहला राउंड 10 सेकंड में जीता। मनिमोझी को हराया।

– विनेश फोगाट ने गुजरात की ज्योति भदौरिया को 55 सेकंड में हराया
इंदौर. शहर में पहली बार हो रही इस स्पर्धा को यादगार बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि आयोजन अपनी अमिट छाप छोड़े। आयोजन स्थल खेल प्रशाल में लकड़ी के प्लेटफॉर्म पर तीन एरिने बनाए गए हैं, जिस पर आधुनिक मैट बिछाई गई है। दर्शकों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। अतिथियों के मंच के साथ वीआईपी दीर्घाएं भी बनाई हंै। पूरा इनडोर स्टेडियम कुश्ती के मुकाबले के अनुरूप तैयार हो गया है। लगभग १०,००० दर्शकों की यहां बैठक व्यवस्था है।
शहर में पहली बार हो रही कुश्ती की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आगाज बुधवार को हो गया। प्रतियोगिता में शिरकत करने ओलंपिक विजेता सुशील कुमार सहित तीन फोगाट बहनों ने इंदौर में दस्तक दे दी है। सुशील कुमार दिनभर अपने निजी कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। उनका वजन वर्ग गुरुवार को तय होगा और शुक्रवार को वे एरिना में उतरेंगे। तीनों फोगाट बहनें गुरुवार को एरिना में उतरेंगी।
देश के नामी पहलवान अपने दांव-पेच इंदौरी की जमीं पर दिखाने के लिए बेताब नजर आ रहे हैं। प्रतिदिन ६०० से अधिक मुकाबले सुबह 9 से देर रात तक खेल प्रशाल स्थित तीन एरिना पर होंगे। मप्र कुश्ती संघ की मेजबानी में खेल प्रशाल में ६२वीं सीनियर राष्ट्रीय स्पर्धा के लिए बुधवार को पहलवानों की वजन प्रक्रिया हुई। इसके पूर्व रैफरी क्लिनिक, टीम मैनेजर मिटिंग के अलावा मेडिकल की प्रक्रिया की गई। मप्र कुश्ती संघ के अध्यक्ष डॉ. मोहन यादव व सचिव पप्पू यादव ने बताया कि पहले दिन पुरुष वर्ग में ग्रीको रोमन शैली में मुकाबलों की शुरुआत सुबह 9 बजे से होगी। यह मुकाबले 55, 60, 63, 67, 72, 77, 82, 87, 97, 130 किलोग्राम भार वर्ग में होंगे। इसी दिन 50 व 55 किग्रा भार वर्ग में महिलाओं के भी मुकाबले होंगे।
विनेश, रीतू व संगीता फोगाट पर होंगी निगाहें
गुरुवार को फोगाट बहनें विनेश, संगीता व रीतू फोगाट के साथ हरदीप के प्रदर्शन पर लोगों की निगाहें रहेंगी। विनेश ने जहां कुश्ती में अपना मुकाम बनाया है तो हरदीप ने रेलवे की ओर से प्रतिनिधित्व करते हुए पांच बार राष्ट्रीय स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। इस बार वह ९७ किग्रा भार वर्ग में अपनी चुनौती पेश कर रही हैं। ३१ बार के हिंद केसरी व देश के नामी पहलवान राजीव तोमर का खेलना अभी तय नहीं है। वह स्पर्धा में शिरकत करने तो जरूर आए हैं, लेकिन उनकी भूमिका उत्तर प्रदेश के कोच की भी हो सकती है। यह फैसला वह गुरुवार को लेंगे। आज कई खिलाडिय़ों ने मैट पर अभ्यास भी किया।
रंगारंग शुभारंभ समारोह
मुकाबलों की शुरुआत तो वैसे सुबह के सत्र से ही हो जाएगी, लेकिन दोपहर २ बजे स्पर्धा का रंगारंग शुभारंभ समारोह आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर अतिथि के रूप में महापौर मालिनी गौड़, मप्र ओलंपिक संघ के अध्यक्ष रमेश मेंदोला, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषणसिंह, डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्रा, आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी व विधायक मौजूद रहेंगे। भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी भी हौसला बढ़ाएंगे।
महिलाओं का कुश्ती में रुझान बढऩा अच्छा संकेत : तोमर

देश में 31 बार हिंद केसरी का खिताब जीतने वाले उत्तरप्रदेश के अंतरराष्ट्रीय पहलवान राजीव तोमर ने चर्चा में बताया कि शहर में हो रही राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में रेलवे व सर्विसेंट की टीमें श्रेष्ठ हंै। रेलवे का प्रतिनिधित्व करने वाले ओलंपिक विजेता सुशील कुमार इस प्रतियोगिता में आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सुशील कुमार का इस प्रतियोगिता में गोल्ड जीतना तय हैं। वे इस बार भी टोकियो ओलंपिक में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। वहीं महिला वर्ग में साक्षी से भी प्रबल जीत की संभावनाएं हैं। रेलवे में कार्यरत राजीव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ द्वारा दो वजन वर्ग बढ़ाए जाने से इस खेल की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है। महिलाओं का कुश्ती में रुझान होने लगा है। यह कुश्ती के लिए शुभ संकेत हैं।
निगाह ओलंपिक पर है : विनेश फोगाट
बुधवार दोपहर इंदौर पहुंची विनेश फोगाट ने पत्रिका से चर्चा में बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए कड़ी तैयारी है। देशवासियों को हमसे जो उम्मीद हैं उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगी। इस प्रतियोगिता के आधार पर आगामी प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने अवसर मिलेगा। हालांकि विनेश ने माना कि आगामी टूर्नामेंट में कई चुनौतियां हैं। ग्लासगो में अंतराष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड जीतने वाली विनेश ने कहा कि हम यहां भी गोल्ड जीतने का लक्ष्य लेकर पहुंचे हैं। इस प्रतियोगिता के आधार पर एशियन गेम्स और राष्ट्रमंडल खेलों का टिकट मिलेगा, लेकिन हमारा लक्ष्य फिलहाल 2020 में टोकियो में होने वाले ओलंपिक पर है। इस महाकुंभ में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने पर ध्यान कें्रदित है।

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