ओएसडी डॉ. धीरेंद्र शुक्ला ने छात्रों को आश्वस्त किया है कि कॉलेज पर कार्रवाई की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। उन्होंने बताया कि किसी दूसरे कॉलेज में एडमिशन कराए जाने के लिए भी एनसीटीई को फाइल भेजी गई है। छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया है। बीते दिनों डायरेक्टर संजय पारीख की प्रताडऩा से तंग आकर एक छात्र ने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। इसके बाद से अन्य विद्यार्थी कॉलेज बंद करने, एडमिशन दूसरे कॉलेज में ट्रांसफर करने और डायरेक्टर पर पुलिस कार्रवाई की मांग पर मोर्चा खोले हुए थे। छात्र नेता विवेक सोनी ने बताया, अतिरिक्त संचालक पहले ही लिखित में कॉलेज की मान्यता खत्म करने की जानकारी दे चुके हैं। अब ओएसडी डॉ. शुक्ला ने बताया कि ऑटोनॉमी खत्म करने के लिए वे यूजीसी को पत्र लिखने के साथ ट्रांसफर के लिए एनसीटीई से भी संपर्क कर रहे हैं।
पुलिस भी करें कार्रवाई
कॉलेज की मान्यता निरस्त करने व ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद छात्र अब अपनी तीसरी मांग पूरी कराने के लिए एकजुट हो रहे हैं। उनका कहना है कि प्रबंधन ने धोखे में रखकर ऑटोनोमी होने की बात कही। रिजल्ट और परीक्षा के लिए हमें प्रताडि़त होना पड़ा। इस कृत्य के लिए पुलिस कार्रवाई होना ही चाहिए।