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फ्रीडम का सही अर्थ समझना है तो कुछ दिन के लिए ट्रेवलर बनिए

locationइंदौरPublished: Dec 07, 2019 12:58:39 pm

Indore News : 15 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके जर्मनी ने सोलो राइडर मार्टिन क्लाउका से खास बातचीत

फ्रीडम का सही अर्थ समझना है तो कुछ दिन के लिए ट्रेवलर बनिए

फ्रीडम का सही अर्थ समझना है तो कुछ दिन के लिए ट्रेवलर बनिए

इंदौर. ट्रेवलिंग यानी लाइफ। मैंने हमेशा अपने माता-पिता को घंटों काम करते हुए देखा। हमारा कार डीलरशीप का बिजनेस है। मेरे माता-पिता सात दिन काम करते थे और कोई ऑफ नहीं लेते थे। मैं उनकी तरह जिंदगी नहीं जीना चाहता हूं इसीलिए मैंने ट्रेवलिंग के जरिए खुद को और दुनिया को जानने की यात्रा शुरू की। यह बात जर्मनी के राइडर मार्टिन क्लाउका ने पत्रिका से खास बातचीत में विभिन्न देशों के अनुभव साझा करते हुए कही। वे बुधवार शाम इंदौर पहुंचे और शुक्रवार को यहां से महाराष्ट्र के लिए रवाना होंगे। वे आस्ट्रेलिया, यूएई, एलबेनिया, ग्रीस, टर्की, पाकिस्तान सहित 15 देशों की बाइक से यात्रा कर चुके हैं। वे अगस्त 2018 में भारत पहुंचे और कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात सहित कई राज्यों की यात्रा कर रहे हंै।
No data to display. उन्होंने कहा, यह कहना कठिन होगा कि कौन सा देश सबसे खुबसूरत है लेकिन भारत में हर जगह एक नया रंग देखने को मिला जो जानना बेहद अद्भुत है। इसके अलावा यूरोपयीन देशों के लैंडस्केप और प्राकृतिक सुंदरता मुझे काफी पसंद आई। मैं शहरों से ज्यादा प्राकृतिक स्थानों को पसंद करता हूं। वहां आप खुद को अपने ज्यादा करीब महसूस करते हैं। मैं कई देशों में रहा और मैंने इरान के लोगों को काफी सपोॢटव पाया। कई लोगों ने मेरी गाड़ी में पेट्रोल तक भरवाया और मुझे रहने के लिए जगह भी दी। यूएई और यूरोपियन कंट्रीज सबसे ज्यादा एक्सपेंसिव है। ट्रेवलिंग में अच्छे बुरे दोनों अनुभव होते हैं। जब मैं इंडिया आया था उस वक्त मुझे पता चला कि मेरी ग्रैंड मदर नहीं रही। उस वक्त अपना दर्द साझा करने के लिए मेरे पास कोई नहीं था। इसके अलावा दुबई में इस राइड में एक दोस्त ने जॉइन किया था। रास्ते में उसकी एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई। 
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