एएसपी पुनीत गेहलोद के मुताबिक शिवम इंडस्ट्रीज में मुंबई और हजीरा, गुजरात से फ्यूल आइल, मिक्सड हैक्जिन, सी 09, पेंटेन और रबर प्रोसेस आइल खरीदकर मंगाए जाते हैं। इन सभी हाईड्रो कार्बन को अलग-अलग अनुपात में मिक्सिंग मशीन में मिक्स कर ऐसा मिक्सचर बनाते हैं, जो बिल्कुल पेट्रोल और डीजल की तरह दिखता है। पेट्रोल और डीजल की तरह काम भी करता है। मिक्सिंग के बाद जो प्रोडक्ट बतौर पेट्रोल प्रयोग होता है, उसको लो फ्लेस आइल और बतौर डीजल रबर प्रोसेस आइल कहकर बेचा जाता था। इसके अलावा पेस्टीसाइड कंपनियों को काम आने वाला एक मिक्सचर मिक्स सी 09 के नाम से भी बनता है।
पांच टैंकर मिलावटी ईंधन जब्त गेहलोद के मुताबिक पेट्रोल पंप मिलावट का पेट्रोल-डीजल खरीदकर बेचते, जिससे सरकार को करीब 38.50 प्रतिशत प्रति लीटर पेट्रोल व डीजल में करीब 28 प्रतिशत टैक्स का नुकसान हो रहा था। साथ ही मिलावटी ईंधन बेच वाहन चालकों को भी ठगा जा रहा था। किशनगंज के पेट्रोल पंप के साथ ही पीथमपुर के एक पंप व मक्सी के एक पंप को मिलावटी ईंधन बेचा जा रहा था। पुलिस ने सैंपल लिए हैं। पुलिस ने पांच टैंकर मिलावटी ईंधन जब्त किए हैं। आरोपी एक ही कंपनी के पंप में मिलावट कर रहे थे। दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। आरोपी सुरेश कुशवाह, चंद्र प्रकाश पांडे, विजय कुमार मुंदड़ा निवासी पीपल्यारराव, राकेश अग्रवाल निवासी वंदना नगर के खिलाफ धोखाधड़ी व आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।