इसका खुलासा खुद निगमायुक्त हर्षिका सिंह के सामने हो गया। सोमवार को सिंह नायता मुंडला में आरटीओ के पास मौजूद प्रधानमंत्री आवास योजना के अमलतास परिसर में पहुंची थी। यहां के रहवासियों ने इस दौरान उनके सामने समस्याएं रखते हुए बताया कि यहां पीने का पानी ही नहीं मिल पाता है। यहां पानी की लाइन ही नहीं है। रहवासियों की इस शिकायत के बाद जब अफसरों से उन्होंने इसका कारण पूछा तो उन्हें बताया गया कि पेयजल लाइन का काम 3 साल पहले स्वीकृत किया गया था। 3 साल पहले स्वीकृत लाइन अभी तक यहां नहीं डल पाई है। 3 साल में भी लाइन नहीं डलने की सच्चाई सामने आने के बाद आयुक्त सिंह अफसरों पर भड़क गई। उन्होंने अफसरों को जमकर फटकार लगाई। साथ ही पानी की लाइन डालने का टेंडर लेने वाली बंसल एजेंसी को नोटिस जारी करने के लिए भी कहा। इस दौरान उन्होंने यहां पर पानी की आपूर्ति के लिए जब तक लाइन नहीं डलती तब तक टैंकर्स से सप्लाई करने के लिए भी अफसरों को कहा। यहां सड़क भी नहीं थी। उसका काम अगले एक से दो दिन में शुरू करने के साथ ही एसटीपी प्लांट बनाने के लिए भी उन्होंने निर्देश जारी किए।