यह शिकायत किशनगंज महू निवासी सोहनलाल ने कलेक्टोरेट की जनसुनवाई में रखी। मैं एमवाय अस्पताल का रिटायर्ड कर्मचारी हूं। बेटे देवेंद्र ने मुझसे कहा कि मेरा मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और एक कमरे में बंद कर दिया। 15 दिन में एक बार शेविंग बनाकर वापस कमरे में बंद कर देता था। मेरी 2 तोले की गेन, बैंक से 1 लाख रुपए और एक साल तक मेरी पेंशन भी उसने निकाल ली। इस पर एडीएम पवन जैन ने कहा कि बेटे को जेल में डाल दें तो कहने लगा आपकी बहुत मेहरबानी होगी।
सिगरेट के धुएं से परेशान, मदद करो
नवरतन बाग निवासी रचित घाटे ने शिकायत में बताया कि हमारे घर के पास साल 2019 से पान की दुकान संचालित हो रही है। यहां सुबह 10 से रात 12 बजे तक सिगरेट के धुएं के कारण सांस लेने में परेशानी हो रही है। दुकान के पास ही स्कूल-कॉलेज भी है। घर की महिलाओं को भी निकलने में असुरक्षित महसूस होता है।
किराएदार खाली नहीं कर रहा मकान
सुदामा नगर स्थित शकुंतला सिंह ने बताया कि मैंने हरिनारायण अहिरवार को 7 साल पहले किराए पर मकान दिया था। 4 साल से मकान खाली करवाने के लिए परेशान हो रही हूं। कोविड में मेरे पति की भी मृत्यु हो गई। अधिकारियों ने किराएदार को बुलाकर मकान खाली करने के लिए 6 दिन का समय दिया।