कथित तस्कर टीआई की जांच करेगा आयकर, कमा लिए करोड़ों रुपए

राणा गिरोह के लोगों को पेश करवाने में शुक्ला का ही अहम रोल- एटीएस फिर पहुंची टीआई से पूछताछ करने...
(प्रतीकात्मक फोटो)
इंदौर। अवैध विदेशी पिस्टल सप्लाय करते हुए पकड़े गए टीआई और सिपाही से सोमवार को एटीएस फिर पूछताछ करने पहुंची। मंगलवार को आरोपियों की रिमांड खत्म होने पर पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। एटीएस और पुलिस को दिए बयान में आरोपियों ने अपनी जान का खतरा होने के चलते पिस्टल रखने की बात कही है।
तिलक नगर में अवैध पिस्टल सप्लाय करते हुए पकड़ाए पीएचक्यू टीआई अभिनव शुक्ला ने बयान में कहा, तस्कर गिरोह से उन्हें धमकियां मिल रही थी। अपनी सुरक्षा के लिए ही उन्होंने हथियार इकट्ठा किए थे। शुक्ला इसी बात पर अड़ा हुआ है। अन्य किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहा। कुछ भी पूछने पर बस जान के खतरे की बात कहने लगता है।
मंदसौर, रतलाम और नीमच क्षेत्र मादक पदार्थों की तस्करी का गढ़ माने जाते हैं। तस्करी के लिए इन इलाकों में कमल राणा और मसीन की गैंग सक्रिय है। राणा गिरोह के लोगों को पेश करवाने में शुक्ला का ही अहम रोल रहा था। अवैध रूप से डोडा चूरा मंदसौर और आसपास के इलाकों में 300 से 400 रुपए किलो बिकता था, उसे शुक्ला मात्र 80 रुपए किलो के हिसाब से खरीदता था। इसी के चलते इतने कम समय में शुक्ला ने करोड़ों रुपए की संपत्ति बना ली थी। इसकी जांच आयकर विभाग कर रहा है।
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