सूत्रों के अनुसार, शासन ने 3 नाम की पैनल राजभवन भेजी थी। मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षामंत्री जीतू पटवारी ने भी कुलाधिपति से चर्चा की। राजभवन ने फाइल लौटाकर नई पैनल शासन को भेजी। बताया जा रहा है, इनमें इंदौर का एक भी शिक्षाविद् नहीं है।
पीछे नहीं हटना चाहता शासन
डीएवीवी के मामले में शासन पीछे नहीं हटना चाहता। दरअसल, विवि का तक्षशिला परिसर उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी की विधानसभा राऊ से जुड़ा है। वे अपने नजदीकी को कुलपति बनाना चाहते हैं। सूत्रों के अनुसार, शासन भी अपनी पसंद का कुलपति बनाने के लिए रास्ते निकालने में लगा है।