शहर के लोगों, कारोबारियों को यह उम्मीद
उद्योगों को १६०० करोड़ रुपए सरकार से लेना हैं। बजट में राशि का पर्याप्त प्रावधान किया जाए।
इंदौर देश के केंद्र में हैं। यहां से पूरे देश में सप्लाय की अच्छी संभावनाएं हैं। संसाधन भी पर्याप्त हैं, इनको अन्य शहरों तक पहुंचाने के लिए शहर को वेयरहाउस हब बनाया जा सकता हैं। इसके लिए एक बड़ा वेयर हाउस सेंटर बनें, जहां से वस्तुओं के सप्लाय और रखने की आधुनिक व्यवस्था हो।
मंडी टैक्स को युक्तियुक्त बनाए, जिससे अन्य राज्यों से प्रतिस्पर्धा करने में मुश्किल नहीं जाए।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में शहर को सरकारी हास्पिटल की जरूरत हैं। कुछ प्रोजेक्ट भी मंजूर हैं, बजट में प्रावधान नहीं होने से आकार नहीं ले रहे हैं। इसके अलावा सेटेलाइट हास्पिटल्स खोले जाएं।
रीयल इस्टेट में सरकार राहत दिलाने के लिए कुछ योजना लाए, जिससे कारोबार में चाल आए।
शिक्षा के लिए बजट तो रखा जाता हैं। इसका उपयोग आम जनता के बच्चों की शिक्षा के लिए हो सके । इस सोच के साथ सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार लाया जाए।
उद्योगों को १६०० करोड़ रुपए सरकार से लेना हैं। बजट में राशि का पर्याप्त प्रावधान किया जाए।
इंदौर देश के केंद्र में हैं। यहां से पूरे देश में सप्लाय की अच्छी संभावनाएं हैं। संसाधन भी पर्याप्त हैं, इनको अन्य शहरों तक पहुंचाने के लिए शहर को वेयरहाउस हब बनाया जा सकता हैं। इसके लिए एक बड़ा वेयर हाउस सेंटर बनें, जहां से वस्तुओं के सप्लाय और रखने की आधुनिक व्यवस्था हो।
मंडी टैक्स को युक्तियुक्त बनाए, जिससे अन्य राज्यों से प्रतिस्पर्धा करने में मुश्किल नहीं जाए।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में शहर को सरकारी हास्पिटल की जरूरत हैं। कुछ प्रोजेक्ट भी मंजूर हैं, बजट में प्रावधान नहीं होने से आकार नहीं ले रहे हैं। इसके अलावा सेटेलाइट हास्पिटल्स खोले जाएं।
रीयल इस्टेट में सरकार राहत दिलाने के लिए कुछ योजना लाए, जिससे कारोबार में चाल आए।
शिक्षा के लिए बजट तो रखा जाता हैं। इसका उपयोग आम जनता के बच्चों की शिक्षा के लिए हो सके । इस सोच के साथ सरकारी स्कूलों की व्यवस्था में सुधार लाया जाए।