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स्मार्ट सिग्नल को लेकर निगम ने फिर जारी किए टेंडर

locationइंदौरPublished: Jun 29, 2019 04:13:53 pm

प्री-बिड मीटिंग में सिग्नल की संख्या कम होने पर किया कैंसल

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स्मार्ट सिग्नल को लेकर निगम ने फिर जारी किए टेंडर

इंदौर.शहर में स्मार्ट सिग्नल लगाने को लेकर नगर निगम ने टेंडर जारी किए। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ये टेंडर जारी किए गए। टेंडर आने से पहले रखी गई प्री-बिड मीटिंग में सिग्नल की संख्या 65 की जगह 24 जारी होने पर टेंडर कैंसल कर दिए गए। अब फिर से टेंडर जारी किए गए हैं।
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निगम शहर में स्मार्ट सिग्नल लगाने जा रही है, जो ट्रैफिक दबाव देखते हुए स्वत: ही किस लेन को कितना समय देना है, तय कर लेंगे। ये सिग्नल एडॉप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के 65 चौराहों पर निगम लगाने जा रहा है। इसको लेकर टेंडर भी जारी हो गए, जो कि 20 जून को आने वाले थे।
…इसलिए रखी जाती है प्री-बिड मीटिंग

शहर में होने वाले बड़े कामों को लेकर प्री-बिड मीटिंग रखी जाती है, ताकि टेंडर डालने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ शर्तों को लेकर चर्चा हो जाए। टेंडर को लेकर अगर कोई शंका-कुशंका हो तो उसका समाधान हो जाए। प्री-बिड मीटिंग में फाइनेंशियल प्रस्ताव से लेकर काम को लेकर चर्चा हो जाती है। कंपनी टेंडर डालने से पहले अपने हिसाब से संशोधन भी कराती है, यह तभी होता है, जब वह न्याय संगत होता है, वरना निगम संशोधन नहीं करती है। अब फिर से टेंडर 17 जुलाई तक आएंगे।
एटीसीएस की रेंज भी अधिक

अभी लगे सिग्नल से एटीसीएस की रेंज भी अधिक है। निगम का दावा है कि इससे ट्रैफिक कंट्रोल होगा। अभी जो ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं, वो नॉर्मल वाले ट्रैफिक इंफोर्समेंट सिस्टम है। इनकी रेंज भी बहुत कम है। इन सिग्नलों में टाइमिंग सेट करना पड़ता है। इस कारण कहीं ज्यादा तो कहीं कम समय सेट हो जाता है। इससे ट्रैफिक कंट्रोल करना मुश्किल होता है। नई तकनीक के इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिग्नल लगने से यह समस्या खत्म हो जाएगी और लोगों को राहत मिलेगी।
कंसल्टेंट की गलती

टेंडर आने से पहले रखी गई प्री-बिड मीटिंग में यह बात सामने आई कि निगम 65 चौराहों पर सिग्नल लगाने जा रही है, लेकिन टेंडर 24 के जारी किए गए। कंसल्टेंट की गलती से ऐसा हुआ। ऐसे में टेंडर की फाइनेंशियल बिड में रेट कम आते और बाद में बाकी सिग्नल लगवाने में दिक्कत होती। टेंडर डालने वाली कंपनी 24 के हिसाब से ही रेट डालती। प्री-बिड मीटिंग होने से पहले एक कंपनी ने इस गड़बड़ी को पकड़ा।
लोगों को मिलेगी राहत

शहर के तकरीबन 65 चौराहे ऐसे हैं, जिन पर सुबह-शाम यातायात दबाव अत्यधिक रहता है। यह देखते हुए ही एटीसीएस लगाने की प्लानिंग है। यह इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिग्नल अभी शहर में कहीं भी नहीं लगे हैं। इनके लगने से यातायात जाम से मुक्ति मिलेगी, वहीं वाहन चालकों को सिग्नल पर लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि वाहनों की कतार, यातायात दबाव देखकर ये रेड-ग्रीन सिग्नल का समय घटा-बढ़ा देंगे।

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