हम बात कर रहे हैं विधानसभा पांच के वार्ड 51 मूसाखेड़ी की। यहां से भाजपा ने मलखानसिंह कटारिया को टिकट दिया तो कांग्रेस से खाटी के पार्षद छोटे यादव चुनाव लड़ रहे हैं। यहां से भाजपा के पूर्व पार्षद के पति कमल यादव दावा कर रहे थे, लेकिन टकट नहीं मिलने पर वे बागी होकर मैदान में हैं। उन्होंने अपने कार्यालय के शुरुआत मंनोरजन से की जिसमें फिल्म कलाकार असरानी को बुलाया। पत्नी के पार्षद रहते हुए कमल ने मूसाखेड़ी में काफी काम कराया जिसके चलते जनता में अच्छी छवि है।
इधर, कांग्रेस ने भले ही छोटे यादव को टिकट दे दिया, लेकिन पांच साल से संतोष यादव लगातार मेहनत कर रहे हैं। पिछले नगर निगम चुनाव में कमल यादव की पत्नी से संतोष यादव की पत्नी बहुत कम वोटों से चुनाव हारी थीं। चुनाव हारने के बाद बहुत सारे नेता घर बैठ गए, लेकिन उन्होंने अपनी सक्रियता बनाए रखी। उसका ही असर था कि सत्यनारायण पटेल के विधानसभा चुनाव में मूसाखेड़ी क्षेत्र ने उनकी काफी मदद की थी।
हमेशा की तरह विधायक महेंद्र हार्डिया को एक तरफा वोट नहीं मिले। चारों प्रत्याशियों के मैदान में आने से मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया है। सभी नेताओं का अपना-अपना जनाधार है। वार्ड के मुकाबले पर पूरे शहर के नेताओं की नजर है। चर्चा है कि दोनों संगठन चुनाव जीतेंगे या बागी अपनी परचम लहराएंगे।
किसी भी करवट बैठ सकता है ऊंट
चार बड़े मजबूद प्रत्याशियों के अलावा भी तीन और मैदान में हैं। इसमें आप पार्टी ने दिनेश कुमार को प्रत्याशी बनाया। इसके अलावा संतोष गुर्जर व शैलेंद्र ठाकुर निर्दलीय प्रत्याशी हैं। ऐसा नहीं की भाजपा कांग्रेस और उनके बागी ही प्रचारप्रसार कर रहे है ये तीनों प्रत्याशी भी किसी के कम नहीं पड़ रहे हैं।
चार बड़े मजबूद प्रत्याशियों के अलावा भी तीन और मैदान में हैं। इसमें आप पार्टी ने दिनेश कुमार को प्रत्याशी बनाया। इसके अलावा संतोष गुर्जर व शैलेंद्र ठाकुर निर्दलीय प्रत्याशी हैं। ऐसा नहीं की भाजपा कांग्रेस और उनके बागी ही प्रचारप्रसार कर रहे है ये तीनों प्रत्याशी भी किसी के कम नहीं पड़ रहे हैं।