मतकमाऊ था, घरवालों ने निकाला तो, किन्नर बन करने लगा वसूली
आसान कमाई देख कर वह किन्नर बनकर घूमने लगा। अच्छी कमाई हुई तो तो उसने इसे धंधा ही बना लिया।
इंदौर
Published: April 02, 2022 11:37:35 am
इंदौर.
लसूडिय़ा पुलिस ने कल एक नकली किन्नर को पकड़ा है। उसके किन्नर बनने की कहानी भी अजीब है। आरोपी कोई काम-धंधा नहीं करता था, इसलिए परिवार वालों ने उसे घर से निकाल दिया। आसान कमाई देख कर वह किन्नर बनकर घूमने लगा। अच्छी कमाई हुई तो तो उसने इसे धंधा ही बना लिया।
स्कीम-114 में किन्नर लक्ष्मी के साथ मारपीट के मामले में एक आरोपी ओंकारनाथ निवासी सादलपुर (धार) को पुलिस ने गिरतार किया है। जांच के बाद पुलिस को पता चला कि वह नकली किन्नर है। आरोपी से पूछताछ करने पर पता चला कि वह पढ़ा-लिखा नहीं है। इसके चलते उसे कोई नौकरी नहीं मिली। जब कोई काम नहीं मिला तो उसे परिवार ने घर से निकाल दिया। तीन महीने पहले वह काम की तलाश में इंदौर आया था। रास्ते में किन्नरों को नेग मांगते देखा और यही काम करने की ठान ली। उसे लगा कि यह तो कमाई का आसान रास्ता है। इसके चलते वह किन्नर का वेश रखकर घूमने लगा। उसे रुपए मिलने लगे तो वह अपने आपको असली किन्नर समझने लगा। इसके चलते वह खुलेआम वसूली करने लगा। इतना ही नहीं, जब असली किन्नर उसके इलाके में आए तो उन्हें अपने इलाके में देख वह उनके पास जा पहुंचा और विवाद करने लगा। यही गलती उसे भारी पड़ गई और उसकी पोल खुल गई। वह हवालात तक पहुंच गया। टीआई संतोष दूधी ने बताया कि पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि आसान कमाई के लालच में वह किन्नर बनकर वसूली कर रहा था। तीन महीने से वह यह काम रहा है। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

मतकमाऊ था, घरवालों ने निकाला तो, किन्नर बन करने लगा वसूली
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
