फायनेंस हटवाने के लिए आवेदकों से शून्य रुपए की रसीद कटवाने को कहा जाता है। इस रसीद को कटवाने में आवेदक से 70 से 100 रुपए तक की वसूली कर ली जाती है। अगर शून्य रूपए की रसीद नहीं लगाई जाती है तो फायनेंस काटने से विभाग मना कर देता है। आरटीओ में किसी भी वाहन का फायनेंस कटवाने पर रसीद को अनिवार्य किया गया है। इसी का सीधा फायदा स्मार्ट चिप कंपनी को मिल रहा है। इंदौर से ही हर माह कंपनी के खाते में मुफ्त के लिए लाखों रुपए आ रहे हैं। दरअसल मुफ्त के काम के लिए रसीद कटवाने पर स्मार्ट चिप कंपनी ४२ रुपए बतौर टैक्स वसूलती और रसीद जारी करने वाले निजी ऑपरेटर 30 से 60 रुपए बतौर फीस वसूल लेते हैं।