संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष केके आर्य ने बताया कि आवेदन करने के बाद पोर्टल पर कभी जन्म दिनांक मैच नहीं होते तो कभी वर्ग 2 में सेवा देने के बाद वर्ग 3 की जानकारी अपलोड हो रही थी, किसी ने 8 वर्ष की सेवा दी, लेकिन उसकी जानकारी सिर्फ ३ वर्ष की आ रही थी। एक ही सत्र में माध्यमिक व प्राथमिक देानों विद्याालय में सेवारत होने की जानकारी दिखाई दे रही थी। कुल मिलाकर पोर्टल पर अतिथि शिक्षकों को डाटा आधा-अधूरा और गलत ही उपलोड है। हमारे विरोध के बाद आयुक्त लोक शिक्षण ने नए निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत अब आवेदन मिलने पर संकुल प्राचार्य अतिथि शिक्षक की उपस्थिति हाजरी रजिस्ट्रर से मिलान करेंगे और वेतन पत्रक का सत्यापन करेंगे। इसके बाद पोर्टल पर सही जानकारी अपलोड करेंगे। इसके बाद अनुभव प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
परेशान हो रहे थे शिक्षक आर्य ने बताया कि लगातार शिकायत आने के बाद हमने शासन से सुधार करने की मांग रखी थी। कहा था कि संकुलों की गलती का खामियाजा अल्प वेतन भोगी अतिथि शिक्षक भोग रहे हैं। इन्हें परेशान किया जा रहा था। जिसके चलते बुधवार को शासन ने नए निर्देश जारी किए हैं।