script10 मिनट भी नहीं रही नौकरी मिलने की खुशी, ट्रक ने रौंदा | The joy of getting a job did not last even 10 minutes, the truck tramp | Patrika News

10 मिनट भी नहीं रही नौकरी मिलने की खुशी, ट्रक ने रौंदा

locationइंदौरPublished: Jun 10, 2022 02:05:31 am

Submitted by:

Mohammad rafik

रॉन्ग साइड मिनी ट्रक से टकराया दोपहिया वाहन, पास के ट्रक (truck) की चपेट में आने से बहन (sister) की मौत, भाई घायल

10 मिनट भी नहीं रही नौकरी मिलने की खुशी, ट्रक ने रौंदा

10 मिनट भी नहीं रही नौकरी मिलने की खुशी, ट्रक ने रौंदा

इंदौर (Indore). एबी रोड (AB road) पर रॉन्ग साइड आ रहे मिनी ट्रक से टकराने के कारण दोपहिया सवार युवती की मौत हो गई। टकराने से युवती पास चल रहे ट्रक के पहिये में आ गई थी। दोपहिया पर बैठा युवती का चचेरा भाई घायल है। जिस ट्रक की चपेट में आने से युवती की जान गई, उसे पुलिसकर्मी ने पीछा कर रोका। मिनी ट्रक का ड्राइवर-क्लीनर वाहन छोड़कर भाग गए। एक्सीडेंट के दस मिनट पहले युवती ने पिता को फोन कर जॉब लगने की खुशखबरी दी थी।
लसूडि़या पुलिस के मुताबिक साक्षी (24) पिता मनोज शर्मा निवासी श्याम नगर की मौत हुई है। प्रत्यक्षदर्शी ललित शर्मा ने बताया कि वे रेलवे कोर्ट में आरक्षक हैं। दोपहर करीब पौने दो बजे पंचवटी से देवास नाका के बीच टाटा शोरूम के समीप ट्रक को युवती ने बायीं ओर से ओवरटेक किया। उस दौरान रॉन्ग साइड से आ रहे मिनी ट्रक के कारण युवती का दोपहिया वाहन दोनों वाहन के बीच में आ गया और मिनी ट्रक से टकरा गया। इससे युवती गिरी और ट्रक के पहिये की चपेट में आ गई। पीछे बैठा युवक विपरीत दिशा में गिरकर घायल हो गया। उसके सिर, हाथ और पैर में चोट आई है।आरक्षक शर्मा ने बताया, हादसा तीन सेकंड में हो गया। एक्सीडेंट के बाद ट्रक नहीं रूका तो उन्होंने करीब 200 मीटर बाद ट्रक को ओवरटेक कर रोका। उन्होंने ट्रक की चाबी निकाली और चालक को उतारा। फिर थाने पर सूचना दी। युवती की मौके पर मौत हो गई थी। शव और घायल युवक को एंबुलेंस से एमवायएच रवाना किया।
इंटरव्यू (Interview) में पास होने की खुशी मातम में बदली
परिचित रमन चतुर्वेदी और गोविंद सिंह ने बताया कि साक्षी के पिता मनोज शर्मा सेवा भारती कार्यालय में प्रमुख हैं। उनके कार्यालय से मानव सेवा के कार्य किए जाते हैं। एमवायएच में भी उनके दफ्तर के लोग सेवा करते हैं। पिता ने बताया कि साक्षी चचेरे भाई शशांक के साथ जीडी गोयनका स्कूल में इंटरव्यू देने गई थी। वहां से बेटी ने इंटरव्यू में पास होने की बात कही। कहने लगी कि पापा मेरी जॉब लग गई है। आप घर आओगे तो बाकी बातें बताऊंगी। दस मिनट बाद बेटी के एक्सीडेंट की सूचना मिली। साक्षी ने एमफिल किया था। परिवार में उनका छोटा भाई है। चाचा रायपुर में निजी कंपनी में पदस्थ हैं। उनके आने पर शुक्रवार को अंतिम संस्कार होगा।
नहीं जागे जिम्मेदार, नतीजा…माैत
पत्रिका ने 1 फरवरी को हथेली पर रहती है जान, रॉन्ग साइड वाहन चला रहे लोग शीर्षक से खबर प्रकाशित की है। इसमें देवास नाका से पंचवटी के बीच कई किमी लंबी रोड के डिवाइडर पर कट नहीं होने की समस्या उजागर की थी। लंबे चक्कर से बचने के लिए लोग रॉन्ग साइड वाहन चलाते हैं। जिम्मेदार विभाग के अधिकारी से इस संबंध में चर्चा भी की थी। तब उन्होंने मार्ग चौड़ीकरण को लेकर सरकार को प्रस्ताव भेजना बताया था, लेकिन रॉन्ग साइड से वाहनों की आवाजाही जारी रही। अफसरों की अनदेखी का नतीजा यह है कि एक जान चली गई।
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