दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण के चलते सुबह से लेकर देर रात तक निगम के अफसर मैदान में तैनात हैं, ताकि सर्वेक्षण टीम को कोई गड़बड़ी या अव्यवस्था नहीं मिले। इतना ही नहीं, निगम के जिस जोन में सर्वेक्षण टीम के आने की सूचना जिम्मेदारों तक पहुंचती है, वैसे ही संबंधित अफसर और निगमकर्मी टीम सदस्यों के पहले ही पॉइंट पर देखने पहुंच जाते हैं कि कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं। सर्वेक्षण के चलते पूरा अमला मैदान में लगा हुआ है। इस कारण निगम मुख्यालय से लेकर जोनल ऑफिस पर कोई काम नहीं हो रहा है। जनता परेशाना हो रही है, क्योंकि अफसर फील्ड में रहने की वजह से दफ्तर में बैठ ही नहीं पा रहे हैं।
देर रात भी निगम कर्मचारी सफाई में लगे
स्वच्छता सर्वेक्षण 2017-2018 में लगातार दो बार इंदौर देश में नंबर वन रहा। सर्वेक्षण-2019 में फिर से नंबर वन आकर हैट्रिक मारने की कवायद चल रही है। सर्वेक्षण के चलते शहर में दिन-रात स्वास्थ्य विभाग में तैनात सफाईकर्मी सफाई करने में जुटे हुए हैं, ताकि कहीं कचरा न पड़ा रहे। सुबह 5 बजे से शहर में सफाई करने निकलने वाले सफाईकर्मी देर रात 12 बजे तक शहर की सड़कें साफ कर रहे हैं। पुरुष के साथ महिला कर्मचारी भी लगी हुई हैं, ताकि शहर को फिर से नंबर वन का खिताब मिले।